नई दिल्ली: सिविल लाइन्स से मेयर पद के लिए नामांकन भरने वाले बीजेपी पार्षद अवतार सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं. नामांकन को 24 घंटे बीतने से पहले ही ब्लैकमेलिंग की शिकायत से संबंधित एक लेटर व्हाट्सएप्प पर खूब वायरल हो रहा है.
बिल्डरों से पैसे ऐेंठने का आरोप
दरअसल, अगस्त 2018 में कश्मीरी गेट पुलिस स्टेशन में मौजूदा पार्षद अवतार सिंह के खिलाफ ब्लैकमेलिंग और उगाही के लिए शिकायत दर्ज कराई गई थी. आरोप था कि सिंह अपने कुछ लोगों और निगम अधिकारियों के जरिए इलाके में बनने वाले मकानों के लिए बिल्डरों से पैसे ऐंठते हैं.
BJP से पूछे जा रहे सवाल
उसी दौरान जांच अधिकारी इंस्पेक्टर राजबीर सिंह ने इस मामले को एंटी करप्शन ब्रांच और एमसीडी के विजिलेंस विभाग को फॉरवर्ड कर जांच करने की अनुशंसा की थी. अब वही लेटर शुक्रवार शाम से ही सोशल मीडिया पर तेजी से घूम रहा है, जिसके जरिए सवाल किया जा रहा है कि गंभीर आरोपों के बाद भी भारतीय जनता पार्टी ने अवतार सिंह को पद के लिए क्यों चुना है?
अवतार सिंह का आरोपों से इंकार
उधर अवतार सिंह ने कहा है कि उनके खिलाफ ऐसी कोई शिकायत के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है, उनका कहना है कि इन आरोपों से उनका कोई लेना देना नहीं है.
बता दें कि तीनों निगम में बीजेपी का बहुमत है. किसी और पार्टी ने मेयर पद के लिए नामांकन नहीं भरा है. ऐसे में बीजेपी उम्मीदवारों का पदों पर बैठना अब महज औपचारिकता है. दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से जहां इस बार सुनीता कांगड़ा तो वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम से अवतार सिंह को इस पद के लिए आगे किया गया है.