नई दिल्ली:देश में जिस तरीके से महिलाओं को हर वक्त किसी ना किसी परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं उनके साथ प्रतिमाह होने वाली माहवारी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें उन्हें ऐसे दिनों काफी तकलीफ होती है, लेकिन दुर्भाग्य इस बात का है कि देश को आजाद हुए 70 साल हो चुके हैं, लेकिन महिलाओं के साथ आज भी माहवारी के समय में खुद के घर वाले भी अलग व्यवहार करते हुए नजर आते हैं.
बता दें कि समाज में कुछ लोग ऐेसे भी हैं जो आगे बढ़कर महिलाओं के प्रति सहयोग दे रहे हैं और इतना ही नहीं वह सैनिटरी पैड के जरिए महिलाओं की मदद करना चाह रहे हैं.
दिल्ली के रहने वाले अनीश शर्मा 2017 में अपनी मल्टीनेशनल कंपनी की जॉब छोड़ कर महिलाओं की सहायता करने का निश्चय किया. उन्होंने पहले सिगरेट की बट का उपयोग करके महिलाओं के लिए सैनिटरी पैड तैयार किया था. इसके बाद उन्होंने निरंतर रिसर्च के बाद शुगर केन की मदद से एक रुपये में सैनिटरी पैड तैयार किया.