नई दिल्ली:राजधानी में सर्दियों में होने वाले प्रदूषण को लेकर हर बार चिंता बढ़ जाती है. इस बार स्थिति क़ाबू में रहे, इसे लेकर ही दिल्ली में विंटर एक्शन प्लान लागू हो गया है. सोमवार को प्रेसवार्ता कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस प्लान को लोगों के सामने रखा .
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में सर्दियों के समय में होने वाला प्रदूषण लोगों की परेशानी बढ़ाता है. अब तक स्थिति काबू में है लेकिन पड़ोसी राज्यों ने आने वाले दिनों में पराली को लेकर कोई समाधान नहीं किया है. किसानों को मजबूरन पराली जलाने होंगे, जिसके चलते राजधानी में प्रदूषण स्तर फिर बढ़ जाएगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए तमाम उपाय करती आयी है और इस बार भी पीछे नहीं है.
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केजरीवाल ने कहा कि अब तक सरकार ने 10 कदमों पर काम किया है. ये कदम कुछ इस प्रकार हैं-
- 24 घंटे बिजली की. इससे ढेरों जेनरेटर चलते थे, वो बंद हो गए. उसका धुआं बंद हो गया. ये प्रदूषण का बड़ा कारण था.
- धूल से होने वाले प्रदूषण पर काबू किया. कंस्ट्रक्शन साइट पर पेनाल्टी लगाई. सख्ती बरती.
- पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे बना. केंद्र सरकार ने दोनों तरफ पेरीफेरल बनाया है. अब ट्रक दिल्ली में नहीं आते.
- कोयले से बिजली बनाने वाले दो पावर प्लांट थे. इससे हवा में कोयले के कण चले जाते थे. दोनों थर्मल पावर प्लान बंद किये.
- दिल्ली की इंडस्ट्री पहले प्रदूषण करने वाला फ्यूल यूज करती थी. अब पाइप नेचुरल गैस यूज करती है.
- ट्री ट्रांसप्लांट पॉलिसी लाए. सड़क बनती है, तो पेड़ काटने भी पड़ते हैं, तो पेड़ काटने के बजाए ट्रांसप्लांट किया गया. इससे पेड़ों का नुकसान नहीं होगा.
- ग्रीन दिल्ली ऐप बना, जिसमें 23 हजार शिकायतें आईं. कहीं धुआं या कूड़ा जल रहा है, तो उस पर काम किया.
- ग्रीन वॉर रूम बनाया. पराली और प्रदूषण का डाटा है.
- सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में ग्रैप लागू किया.
- इलेक्ट्रिक व्हिकल पॉलिसी लागू की. इससे प्रदूषण करम होगा.
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केजरीवाल ने कहा कि अब इसी दिशा में काम करते हुए सरकार कुछ कदम उठाने जा रही है. मुख्यमंत्री द्वारा साझा की गई जानकारी में पड़ोसी राज्यों के लिए भी सुझाव हैं जो इस प्रकार हैं-
- पूसा इंस्टीट्यूट की मदद से घोल बनाया, ताकि पराली नहीं जलानी पड़े. सरकार मुफ्त में छिड़काव करा रही है. पंजाब, हरियाणा और यूपी सरकार भी करवा सकती है.
- कहीं भी डस्ट पाई जाती है तो पेनाल्टी लगाएंगे. कई टीम पेट्रोलिंग करेगी.
- कहीं भी कूड़ा जलता पाया जाएगा तो उसे रोकेंगे.
- पटाखे खरीदने और बेचने पर रोक.
- स्मॉग टॉवर देश में पहला टॉवर बना है. इसके अच्छे नतीजे आ रहे हैं.
- दिल्ली ऐप के जरिए जितने हॉट स्पॉट हैं वहां स्पेशल काम करेगी. जहां ज्यादा प्रदूषण होता है. इसकी निगरानी विशेष टीम करेंगी.
- ग्रीन वॉर रूम को काफी मजबूत कर रहे हैं. 50 नए पर्यावरण इंजीनियर की भर्ती की है.
- ग्रीन दिल्ली ऐप की मदद ले रहे हैं. कहीं प्रदूषण है तो बताएं. हमारी टीम काम करेगी.
- दिल्ली में 20 एकड़ में ई वेस्ट पार्क बना रहे हैं.
- वाहनों के प्रदूषण को खत्म करने के लिए 64 सड़कों को चिन्हित किया है, वहां जाम रोकने पर काम होगा. पीयूसी की कठोरता से जांच करने पर 500 से ज्यादा टीम बनाई गई है.
- जनता की भागीदारी सुनिश्चित होगी. जन अभियान बनाया गया है. इसकी प्लानिंग बना रहे हैं, कुछ दिन में जन अभियान की जानकारी साझा की जाएगी.
- केंद्र और आसपास के राज्य सरकारों से अपील है कि पराली को जलने से रोकना पड़ेगा. किसानों का कोई कसूर नहीं हैं. वो मजबूर हैं. सरकार को आगे आना पड़ेगा. जैसे दिल्ली सरकार फ्री में सारे किसानों के खेतों में छिड़काव कर रही है बाकि सरकार भी करे.
- एनसीआर से दिल्ली आने वाले वाहनों को सीएनजी में बदला जाए.
- एनजीआर के उद्योगों में पीएनजी यूज हो.
- पड़ोसी राज्यों के थर्मल पावर प्लांट को बंद करें या नई तकनीक यूज कर कन्वर्ट करें.
- पड़ोसी राज्यों में ई-भट्टों की तकनीक बदलें.
- एनसीआर में 24 घंटे बिजली आपूर्ति करें, ताकि डीजल जेनरेटर यूज न करें.
- पड़ोसी राज्य भी हॉट स्पोट चिन्हित कर कदम उठाएं कि प्रदूषित न हो.
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इसमें सभी सरकारों को मिलकर काम करना होगा. सभी को स्वच्छ हवा करनी है. बाकि सरकारें भी अच्छा काम कर रही हैं.