दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) में बीते चार साल से लगातार छात्रों की मांगों को दरकिनार किया गया. अब समय आ गया है कि छात्र अपने लिए ऐसे प्रतिनिधि का चुनाव करें जो बात को केवल कॉलेज प्रशासन तक पहुंचाए ही नहीं, बल्कि समाधान भी करवाए. डीयू की ओर से 22 सितंबर को चुनाव के लिए वोटिंग कराई जाएगी. दो पाली में वोटिंग होगी. सुबह और शाम की पाली की टाइमिंग डीयू ने वेबसाइट पर जारी कर दी है.
चुनावों की तैयारियों में जुटे छात्र नेता: एबीवीपी, एनएसयूआई, एसएफआई और आइसा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. 13 सितंबर को एसएफआई नॉर्थ कैंपस के आर्ट्स फैकल्टी पर छात्र रैली करने जा रही है. इस रैली को एबीवीपी के खिलाफ किया जा रहा है. रैली में डीयू के सैकड़ों छात्र शामिल होंगे. इसका प्रचार सोशल मीडिया पर खूब किया जा रहा है.
वहीं, दूसरी ओर एबीवीपी के संभावित उम्मीदवार यूजी, पीजी हॉस्टल में जाकर छात्रों से मिल रहे हैं. यह उम्मीदवार एबीवीपी की कार्ययोजना से छात्रों को अवगत करा रहे हैं. बहरहाल, छात्र संघ चुनाव में भाजपा और कांग्रेस कैसे अपने-अपने छात्र संगठन की मदद करेंगे. क्या उनकी प्लानिंग हैं. इसके बारे में बताएंगे.
चुनाव को लेकर भाजपा की रणनीति:दिल्ली भाजपा नेता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा किछात्र संघ चुनाव में भाजपा एबीवीपी को समर्थन देती है. वहीं, महामंत्री योगेंद्र चंदोलिया ने बताया कि संघ से जुड़ी जितनी भी विचारधारा हैं जैसे, विश्व हिंदू परिषद, दिल्ली भाजपा और अन्य हिंदू संगठन बैठक कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि एनएसयूआई डूसू चुनाव की रेस में कहीं भी नहीं है. मंडल स्तर पर छात्रों की लिस्ट बना रहे हैं जो दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं. लिस्ट तैयार होने के बाद उनसे संपर्क किया जाएगा. छात्रों से अपील की जाएगी कि वह एबीवीपी के कैंडिडेट को वोट करें.
क्या कहते हैं कांग्रेस नेता:वरिष्ठ नेता जगजीवन शर्मा ने बताया कि पूर्व में भी दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव दिल्ली कांग्रेस प्रदेश कमिटी के संरक्षण में कराए गए. इस साल भी एनएसयूआई के उम्मीदवार छात्र संघ चुनाव के लिए मैदान में उतरेंगे. 14 सितंबर को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली पदभार ग्रहण करेंगे. इसके बाद से पुराने अनुभव के आधार पर सारे काम किया जाएगा. उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी में एनएसयूआई की छात्र इकाई और क्षेत्रीय स्तर पर जाएंगे और छात्रों से समर्थन में वोट मांगेंगे.
ये भी पढ़ें:
- DU Student Union Election 2023: ऑफलाइन-ऑनलाइन मोड में चुनाव प्रचार कर रहे छात्र संगठन
- DUSU Election 2023: एसएफआई और आइसा का चुनाव में हॉस्टल, फीस, न्यू एजुकेशन पॉलिसी रहेगा मुख्य मुद्दा