नई दिल्ली: आईआईटी दिल्ली में आयोजित उन्नति महोत्सव और एक्सपो का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने कहा कि उन्नत भारत अभियान (यूबीए) उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए गांव तक पहुंच बनाने का उत्कृष्ट माध्यम है. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी प्रणाली विकसित करने की परिकल्पना करता है, जिसके द्वारा उच्च शिक्षा संस्थान पंचायतों को अपनाते हैं. साथ ही गांव को गोद लेने के बाद उनमें रहने की स्थिति का अध्ययन करते हैं. इस अध्ययन में आईआईटी के छात्र गांव की तकनीकी जरूरतों व आजीविका सृजन की संभावनाओं का भी पता लगाते हैं. फिर उन चयनित क्षेत्रों के लिए व्यावहारिक कार्य योजना तैयार करते हैं.
डॉ. सरकार ने इस बात की प्रशंसा की कि आज भारत में आईआईटी, एनआईटी, आईआईएससी और विश्वविद्यालय जैसे शिक्षण संस्थान ग्रामीण क्षेत्रों और गांवों के लोगों तक पहुंच बना रहे हैं ताकि उनकी विकासात्मक चुनौतियों का समाधान खोजा जा सके. उन्होंने योजना के तहत किए गए अच्छे काम के लिए पूरी टीम को प्रेरित किया. मुख्य वक्ता राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष हर्ष चौहान ने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं. छात्र जमीनी हकीकत को समझें और हमारी संस्कृति को जानें, जो गांवों में निहित है. उन्होंने जोर देकर कहा कि यूबीए ग्रामीण वास्तविकता के बारे में छात्रों और शिक्षकों के बीच सहानुभूति लाने में सक्षम है, जो समाज के लिए महत्वपूर्ण है और समुदाय की भागीदारी के साथ समाधान चलाता है.