नई दिल्ली: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) की परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है. वहीं इस परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों की संघर्ष भरी कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणास्रोत है जो बार-बार मिल रही असफलता से घबराकर हार मान बैठते हैं.
सकारात्मक सोच के साथ पास की यूपीएससी की परीक्षा यूपीएससी में 303 रैंक लाने वाले सूफियान अहमद बताते हैं कि परिस्थिति कैसी भी हो जरूरी है कि सकारात्मक सोच बनाए रखी जाए. बता दें कि दो प्रयासों में असफल होने के बाद तीसरे प्रयास में सूफियान ने सफलता हासिल की.
'परीक्षा में मिली असफलता लेकिन परिवार ने बढ़ाया उत्साह'
वहीं सूफियान अहमद ने बताया कि वो साल 2016 से यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं लेकिन लगातार 2 सालों से उन्हें असफलता ही मिल रही थी. जिससे उम्मीद टूटती जा रही थी. ऐसे में परिवार वालों ने बहुत सहयोग दिया और उत्साह बढ़ाया. परिवार ने कभी किसी बात के लिए उनपर मानसिक दबाव नहीं डाला. जिससे उन्हें काफी मदद मिली परिस्थितियों से लड़ने की.
'गलतियों से सीखकर तीसरे प्रयास में पास की परीक्षा'
सुफियान ने कहा कि परीक्षा में सबसे जरूरी है कि सकारात्मक सोच बनाए रखना. साथ ही हर गलती से सीखना बहुत जरूरी है. साथ ही उन्होंने बताया कि परिस्थितियों को खुद पर हावी नहीं होने देना है. वहीं सोफियान ने बताया कि साल 2017 में उन्होंने प्रीलिम्स पास कर लिया था और इंटरव्यू तक पहुंचे गए थे लेकिन असफल रहे.
जबकि 2018 में उनकी तबीयत खराब हो जाने के चलते वो ठीक से पेपर ही नहीं दे पाए. इस तरह उनका पूरा साल खराब गया, लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी. वहीं सूफियान ने कहा कि 2 सालों में परीक्षा की तैयारी में उनसे जो गलतियां हुई थी. उन सभी गलतियों को सुधार कर नए सिरे से पढ़ाई में जुट गए. बिना कोई चिंता किए खुले मस्तिष्क से परीक्षा देकर आए. इसका परिणाम भी सकारात्मक देखने को मिला.
सिविल सर्विसेज की कोचिंग
बता दें कि सुफियान अहमद राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के रहने वाले हैं. उन्होंने निंबाहेड़ा में स्थित कैलाश विद्या विहार स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की है. स्नातक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी बीआर्क 2014 में किया. जबकि पोस्ट ग्रेजुएशन आईआईटी कानपुर से 2016 में की. बता दें कि सूफियान ने जामिया के रेसिडेंशियल कोचिंग अकादमी (आरसीए) से सिविल सर्विसेज की तैयारी की है.