नई दिल्ली: देश में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. शहरों के मुकाबले गांवों में भी इंटरनेट उपभोक्ता दोगुनी गति से बढ़ रहे हैं. साथ ही कई चुनौतियां भी है जिसके लिए हमेशा से कानून की मांग होती आई है.
सोशल मीडिया पर भारत का कानून लचीला आज हमारी निजता इंटरनेट के दायरे में हैं इसलिए भी यह जरूरी हो जाता है कि उपभोक्ताओं को इंटरनेट के इस्तेमाल की जरूरी जानकारी उपल्बध हो.
आए दिन इंटरनेट के जरिए लोगों के साथ धोखधड़ी की खबरें आती रहती है. जानकारों की माने तो इंटरनेट आज हमारे जीवन से पूरी तरह जुड़ चुका है. हमारी जरा-सी लापरवाही हमारे लिए घातक हो सकती है.
भारत में कानून लचीला
सोशल मीडिया के फायदे और नुकसान पर रिसर्च कर रहे लॉ फैकल्टी के छात्र अमित से जब हमने बात की तो उन्होंने सोशल मीडिया के इस्तेमाल को लेकर बारीकी से हमें कई जानकारियां दी.
अमित ने बताया विश्व भर में सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल को लेकर अलग-अलग कानून है, और अगर भारत की बात की जाए तो भारत का कानून बहुत लचीला है. यही कारण है कि कई लोग इसका गलत इस्तेमाल करके लोगों को नुकसान पहुंचाकर आसानी से बच निकलते हैं.
लोगों को नहीं कानून की जानकारी
अमित ने बताया कि लोगों को सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल को लेकर बनाए गए कड़े कानून के बारे में जानकारी नहीं है. यही कारण है कि आज सोशल मीडिया का धड़ल्ले से गलत इस्तेमाल हो रहा है.
अमित ने फेसबुक में प्राइवेसी लीक मामले को लेकर बताया कि जब फेसबुक के जरिए यूजर्स का डाटा लीक होने की खबरें सामने आई थी. जिसके बाद विदेशों में सभी सरकारों ने कड़ा संज्ञान लेते हुए सख्त कदम उठाए थे. फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग को इसको लेकर माफी तक मांगनी पड़ी थी.
सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत
अमित ने आगे बताया कि सरकार को इस पर कानून बनाने की जरूरत है, जो हर किसी के लिए पारदर्शी हो. जो कानून पहले से मौजूद है उनके बारे में लोगों को जानकारी नहीं है.
इसलिए सरकार को नए कानून बनाने की जरूरत है. सोशल मीडिया यूजर्स को जागरूक रहना चाहिए और ऑनलाइन पेमेंट के वक्त सिर्फ वेरीफाइड साइट्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए.