नई दिल्ली:मिर्जा असद-उल्लाह बेग खां उर्फ “गालिब” उर्दू और फारसी भाषा के महान शायर थे. मिर्जा मुगल काल के आखिरी शासक बहादुर शाह जफर के दरबारी कवि भी रहे थे. आगरा, दिल्ली और कलकत्ता में अपनी जिंदगी गुजारने वाले गालिब को उनकी उर्दू गजलों के लिए याद किया जाता है.
पुण्यतिथि पर पढ़ें मिर्जा गालिब के 10 बेहतरीन शेर
शेर-ओ-शायरी के सरताज मिर्जा गालिब की आज पुण्यतिथि है. गालिब के शेर दिल को छू जाते हैं. आइए, उनकी पुण्यतिथि पर पढ़ते हैं उनके वो चुनिंदा शेर जो लोगों के जेहन में बसे हैं.
मिर्जा गालिब
गालिब के कुछ शेर
Last Updated : Feb 15, 2021, 10:22 AM IST