नई दिल्ली:एसडीएमसी के मेयर मुकेश सूर्यान ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में चल रही आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के ऊपर गंभीर सवाल उठाया है. उनका कहना है कि जिस सरकार ने दिल्ली में लोगों के घरों तक साफ स्वच्छ पीने का पानी पहुंचाने की बात की थी. वो सरकार अब जगह-जगह शराब के ठेके खोलकर हर घर तक शराब पहुंचाने का काम कर रही है.
मुकेश सूर्यान का कहना है कि दक्षिण दिल्ली नगर निगम दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के तहत को खोले जा रहे सभी अवैध शराब के ठेकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेगी. यह सभी ठेके मास्टर प्लान 2021 के नियमों का उल्लंघन कर खोले जा रहे हैं और लोगों को भी इस पूरे नीति को लेकर गुमराह किया जा रहा है. निगम के द्वारा अवैध ठेकों को सील करने के लिए विशेष अभियान की शुरुआत करने के साथ ठेकों को सील किया जाना भी शुरू किया जा चुका है. दिल्ली सरकार के द्वारा महिलाओं के लिए खोले जा रहे पिंक ठेके भारतीय संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने जैसा है.
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दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के मेयर मुकेश सूर्यान ने लगातार दूसरे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना मत रखते हुए दिल्ली सरकार के ऊपर जमकर हमला करते हुए नई आबकारी नीति को लेकर कई सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि एसडीएमसी ने सरकार के द्वारा शराब की बिक्री को लेकर नई आबकारी नीति के तहत खोले गए. सभी अवैध शराब के ठेकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की शुरुआत कर दी है.
घर-घर पानी की जगह शराब पहुचने में लगी दिल्ली सरकार निगम के द्वारा लगातार अवैध ठेकों पर कार्रवाई करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. जिसके मद्देनजर निगम अधिकारियों को भी निर्देश दे दिए गए हैं. जो ठेके मास्टर प्लान 2021 के नियमों का उल्लंघन और जरूरी मापदंडों का पालन नहीं कर रहे हैं. उन सभी ठेकों को तुरंत प्रभाव से सख्त कार्रवाई कर सील किया जा रहा है. साथ ही खोले जा रहे नए शराब के ठेकों को लेकर निरीक्षण की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है.
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मेयर ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को घर-घर तक पानी पहुंचाने का वादा किया था. लेकिन अब अपना राजस्व बढ़ाने के लिए अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में चल रही दिल्ली सरकार रिहायशी इलाकों ग्रामीण इलाक़ो और अनधिकृत कॉलोनियों में यहां तक कि विद्यालय और मंदिरों के पास भी शराब के ठेके खोल रही हैं. अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में चल रही दिल्ली की सरकार एक तरफ तो पंजाब में नशा मुक्त करने के वादे करते हैं दूसरी तरफ राजधानी दिल्ली के युवाओं को शराब के नशे में झोंक रही है जो बेहद शर्मनाक और दुखद है. लेकिन बीजेपी शासित नगर निगम दिल्ली सरकार के इन प्रयासों को पूरा नहीं होने देगी और सभी अवैध ठेकों पर कार्रवाई कर सील किया जाएगा.
मास्टर प्लान 2021 के नियमों के अनुसार नॉन कन्फॉर्मिंग एरिया में शराब के ठेके नहीं खोले जा सकते. लेकिन दिल्ली सरकार अपना राजस्व बढ़ाने के लिए दिल्ली की जनता को गुमराह कर रही है. दिल्ली में पहले सिर्फ 264 शराब के ठेके थे. लेकिन अब इन ठेकों की संख्या बढ़ाकर 865 कर दी गई है और लगातार इसी कड़ी में शराब के ठेके दिल्ली सरकार के द्वारा नियमों को तांक पर रखकर खोले जा रहे हैं. रिहायशी क्षेत्रो के साथ स्कूल और कॉलेजों के पास नई आबकारी नीति के तहत शराब के ठेके खोले जाने से कानून व्यवस्था बनाए रखने में भी अड़चने पैदा होंगी.जिसको देखते हुए भी एसडीएमसी के द्वारा दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति का पुरजोर विरोध किया जा रहा है.