नई दिल्ली:आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और गृहमंत्री अमित शाह के बीच हुई मुलाकात पर सवाल खड़े किए हैं. सौरभ भारद्वाज ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि यह रहस्य समझ से बिल्कुल ही परे है कि अमित शाह ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को क्यों बुलाया था और वे अमित शाह से क्यों मिलने आए थे?
कैप्टन अमरिंदर सिंह और शाह की मीटिंग पर आप ने उठाया सवाल 'पहले कह रहे थे, दे देंगे इस्तीफा'
सौरभ ने सवाल किया कि क्या वे केंद्र सरकार को यह समझाने आए थे कि इस मसले को सुलझा लो, यह बहुत जरूरी है परंतु फिर आश्चर्य इस बात पर होता है कि कैप्टन साहब किसानों को भी यही समझा रहे हैं कि इस मुद्दे को सुलझा लो यह बहुत जरूरी है. पंजाब के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री अमित शाह की मुलाकात के पीछे एक षड्यंत्र नजर आता है. कुछ दिन पहले तक कैप्टन अमरिंदर सिंह कह रहे थे कि यदि ये काले कानून वापस नहीं लिए गए तो मैं इस्तीफा दे दूंगा.
'ईडी के नोटिस के बाद कर रहे मुलाकात'
सौरभ ने कहा कि इस बयान के 3 दिन बाद ही कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे को ईडी के नोटिस आने लगे. उनके यहां छापे पड़ने लगे और अब वे गृहमंत्री से मुलाकात कर रहे हैं. गृहमंत्री ही ईडी और ऐसी ही संस्थाओं का नेतृत्व करते हैं. दोनों की मुलाकात पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह बेहद आश्चर्यजनक है कि जो कैप्टन कल तक इस्तीफा देने की बात कर रहे थे अब वे उल्टा किसानों को जल्द से जल्द मसला सुलझाने की सलाह देने लगे.
'लागू करा रहे भाजपा का एजेंडा'
कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा इस मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ने पर भी सौरभ भारद्वाज ने सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि यह बात बिल्कुल ही समझ के परे है कि दिल्ली के बॉर्डर पर किसान बैठे हुए हैं. दिल्ली की पुलिस ने उनको रोका हुआ है. किसान अपनी रोटी खुद बनाकर खा रहे हैं. इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला कहां से आया. सौरभ ने यह भी कहा कि यह बात स्थापित है कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार आरएसएस और भाजपा ने बनवाई है. यही कारण है कि पंजाब के मुख्यमंत्री केंद्र में बैठी भाजपा सरकार का एजेंडा लागू करवाने में लगे हुए हैं.
'किसानों को बदनाम करने की मंशा'
सौरभ भारद्वाज ने सवाल किया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह उन किसानों से मिले बिना वापस कैसे लौट गए. क्या उन्हें बॉर्डर पर बैठे लाखों किसान नजर नहीं आए. दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का कोरोना टेस्ट कराने की हरियाणा भाजपा नेताओं की मांग पर सौरभ ने कहा कि इनकी मंशा है कि इन किसानों में कोरोना संक्रमितों को प्लांट करें और इन्हें बदनाम करें.