नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी होने लगी है. प्रदूषण अब खतरनाक स्तर पर पहुंचता दिख रहा है और इसी के साथ प्रदूषण के कारणों को लेकर आरोपों-प्रत्यारोपों की सियासत शुरू हो गई है. दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्रीय उर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह को पत्र लिखा है. सत्येंद्र जैन ने इस पत्र के जरिए मांग की है कि दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में जो थर्मल पावर स्टेशन चल रहे हैं, उन्हें बंद किया जाए.
पड़ोसी राज्यों के थर्मल पावर स्टेशन हो बंद- सत्येंद्र जैन 'दिल्ली में एक भी थर्मल स्टेशन नहीं'
दिल्ली सचिवालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली और दिल्ली के आसपास के प्रदूषण में इन थर्मल पावर स्टेशन्स का बड़ा योगदान होता है. उन्होंने बताया कि 2015 में इन्हें बंद करने का आदेश दिया गया था, लेकिन बाद में इसकी डेडलाइन बढ़ाकर 2019 कर दी गई, लेकिन अभी भी दिल्ली की पड़ोसी राज्यों में थर्मल पावर स्टेशन चल रहे हैं. उन्होंने बताया कि दिल्ली अकेला ऐसा राज्य है, जहां एक भी थर्मल पावर स्टेशन नहीं है.
पीयूष गोयल को सत्येंद्र जैन की चिट्ठी 'नहीं मिल रहा केंद्र का सहयोग'
सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली के थर्मल पावर स्टेशन्स को हम पहले ही बंद कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि 2009 में आईपी थर्मल पावर स्टेशन को बंद कर दिया गया था, वहीं 2012 में राजघाट थर्मल पॉवर स्टेशन को भी बंद कर दिया गया. सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार दिल्ली में पैदा होने वाले प्रदूषण को कम करने को लेकर लगातार काम कर रही है, लेकिन केंद्र का सहयोग नहीं मिल रहा.
'कम हो जाएगा प्रदूषण'
उन्होंने कहा कि हमारी कई कोशिशों के बावजूद केंद्र सरकार इसे लेकर फैसला नहीं कर रही है. उन्होंने बताया कि हमने दादरी पावर प्लांट को बंद करने को लेकर पहले ही पत्र लिख चुके हैं. अब उस थर्मल पावर प्लांट के 25 साल पूरे होने जा रहे हैं. लेकिन चर्चा है यदि उसे अभी आगे भी चलने दिया जाएगा. सत्येंद्र जैन ने कहा कि इन थर्मल पावर स्टेशन्स के बंद होने पर दिल्ली में बिजली सप्लाई में कोई समस्या नहीं होगी, लेकिन दिल्ली का प्रदूषण जरूर कम हो जाएगा.