नई दिल्ली: उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित बड़ौदा हाउस में उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में आये दिन ट्रेन के पटरी से नीचे उतरने और हादसों को लेकर चिंता जाहिर की गई. हाल ही में बिहार में पटरी से ट्रेन के उतरने की घटना पर भी चर्चा हुई. इस समीक्षा बैठक में रेलपथों पर संरक्षा, रेलगाड़ियों के सुरक्षित परिचालन पर सबसे ज्यादा जोर देने पर बात हुई. इसके साथ ही माल ढुलाई से आय की वृद्धि पर बल, संरक्षा और ढांचागत कार्यों की समीक्षा, समय पालन बद्धता, बिजनेस डेवलपमेंट जैसे अनेक विषयों पर विचार-विमर्श किया गया.
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने उत्तर रेलवे में चल रही परियोजनाओं और अन्य विकासात्मक ढांचागत कार्यों के निर्धारण, समाप्ति क्रियान्वयन और प्रगति के लिए उत्तर रेलवे के पूंजी व्यय योजना पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने बताया कि संरक्षा उत्तर रेलवे की प्राथमिकता हैं. उन्होंने रेलपथों, वेल्डों के अनुरक्षण मानकों को बेहतर बनाने तथा रेल पटरियों के किनारे पड़े स्क्रैप को हटाने के लिए जोन पर किए गए कार्यों की समीक्षा की.
उन्होंने मंडलों को निर्देश दिए कि वे रेलगाड़ियों के सुरक्षित परिचालन के लिए रेलपथों पर संरक्षा बढ़ाने हेतु अभियान तेज करें और जहां भी जरूरी हो वहां कर्मचारियों को परामर्श दें. उन्होंने कहा कि सिग्नलों, रेल फ्रेक्चरों और रेल वेल्डों की व्यापक निगरानी की जानी चाहिए और इसमें कोई त्रुटि नहीं छोड़नी चाहिए. जिससे रेल पटरी से न उतरे और कोई हादसा न हो. उन्होंने रेल परिचालन में मानव विफलता को कम करने पर जोर दिया.