नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना के मामले अब हर दिन रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. लगातार दूसरे दिन छह हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, वहीं मौत के मामलों में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है. बीते दिन 24 घण्टे के दौरान ही 51 लोगों को कोरोना के कारण जान गंवानी पड़ी थी. वहीं कोरोना संक्रमण दर 11 फीसदी से ज्यादा हैं. आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में स्थिति भयावह है, लेकिन दिल्ली वालों की लापरवाही दूर नहीं हो रही है.
तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले, कोरोना की चिंता से बेफिक्रदिल्ली के सभी छोटे-बड़े बाज़ार भीड़ से पटे पड़े हैं. न तो किसी को सोशल डिस्टेंसिंग की चिंता है और न ही सैनेटाइजेशन की. जब दिल्ली में हर दिन करीब 600 कोरोना केस आ रहे थे, तब दिल्ली की सभी सड़कें, गलियां, बाजार सूनसान थे या फिर लोग सावधानी से बाहर निकल रहे थे. लेकिन अभी जबकि हर दिन 6 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं, लोग पूरी तरह से बेफिक्र दिख रहे हैं.
एक महीने में एक लाख 17 हज़ार केसहद तो यह है कि कई लोग बिना मास्क के ही कोरोना की चिंता किए बगैर घूम रहे हैं. गौर करने वाली बात यह है कि तमाम एजेंसियां सख्ती कर रहीं हैं, चालान किए जा रहे हैं, लेकिन फिर भी किसी को डर नहीं है. यह तब है, जबकि बीते एक महीने में ही एक लाख 17 हजार से ज्यादा कोरोना केस सामने आ चुके हैं और हर दिन करीब 100 इलाकों को कंटेंमेंट जोन में बदलना पड़ रहा है.
मास्क पहनना सबकी जिम्मेदारीदिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन लोगों की इस लापरवाही को भी बढ़ते कोरोना का कारण बताया चुके हैं. सत्येंद्र जैन ने कहा कि हमें पता चला है, बहुत लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं, यह ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के दो ही उपाय हैं, मास्क और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा तो हम दुरुस्त कर रहे हैं, लेकिन मास्क पहनना सबकी जिम्मेदारी है.