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CBSE: 10वीं के अंक अपलोड करने के लिए खुला पोर्टल, शिक्षकों को डाटा फाइनल करने से पहले बनानी होगी लिस्ट - 10वीं के अंक अपलोड करने के लिए खुला पोर्टल

सीबीएसई ने 10वीं के परीक्षा परिणाम तैयार करने को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए थे जिसके तहत 20 मई से अंक अपलोड करने के लिए पोर्टल खोल दिया गया है. वहीं इस संबंध में सीबीएसई ने कुछ अहम दिशा निर्देश भी जारी किए हैं. जारी दिशा निर्देशों के तहत शिक्षकों को दी गई एक्सेल शीट में छात्रों के अंक अपलोड करने होंगे.

CBSE: 10वीं के अंक अपलोड करने के लिए खुला पोर्टल
CBSE: 10वीं के अंक अपलोड करने के लिए खुला पोर्टल

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Published : May 22, 2021, 1:11 AM IST

नई दिल्ली:केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं के परीक्षा परिणाम तैयार करने को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए थे जिसके तहत 20 मई से अंक अपलोड करने के लिए पोर्टल खोल दिया गया है. वहीं इस संबंध में सीबीएसई ने कुछ अहम दिशा निर्देश भी जारी किए हैं. जारी दिशा निर्देशों के तहत शिक्षकों को दी गई एक्सेल शीट में छात्रों के अंक अपलोड करने होंगे. साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखने के लिए कहा गया है कि डाटा फाइनलाइज करने से पहले चेक लिस्ट तैयार कर अच्छे से जांच कर लें नहीं तो संशोधन का मौका नहीं मिलेगा.

CBSE: 10वीं के अंक अपलोड करने के लिए खुला पोर्टल

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20 मई से मार्क्स एंट्री के लिए खुला पोर्टल
बता दें कि कोरोना महामारी के चलते 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द हो गई है. ऐसे में सीबीएसई द्वारा कुछ दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं जिसके तहत स्कूल को रिजल्ट तैयार करना है. वहीं हर स्कूल को एवरेज ईयर के हिसाब से ही छात्रों का परीक्षा परिणाम तैयार करना है. इसको लेकर पोर्टल खोल दिया गया है. वहीं पोर्टल खुलने के साथ ही सीबीएसई द्वारा कुछ अहम दिशा निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं.

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मार्क्स एंट्री के समय रखना होगा विशेष ध्यान
वहीं मार्क्स एंट्री करते समय कोई चूक ना हो इसको लेकर सीबीएसई ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं जिसके तहत सभी स्कूलों को उनके एवरेज ईयर के नंबर उपलब्ध करा दिए गए हैं. ऐसे में शिक्षकों को पोर्टल से खाली एक्सेल फाइल डाउनलोड करनी होगी. इस एक्सेल फाइल में छात्रों द्वारा लिए गए सभी विषयों के नाम लिखे होंगे जिसके सामने उन्हें अंक देने होंगे. साथ ही स्पष्ट किया गया है कि छात्रों को दिए जा रहे अंत में डेसिमल का इस्तेमाल ना किया जाए और ना ही किसी तरह का सब्जेक्ट कोड बदला जाए.

डाटा फाइनलाइज करने से पहले तैयार करें चेकलिस्ट
वहीं इस दौरान सबसे जरूरी और महत्वपूर्ण दिशा निर्देश यह दिया गया है कि यदि डाटा फाइनलाइज कर दिया गया तो शिक्षकों को अंक सुधारने का कोई भी मौका नहीं मिलेगा. ऐसे में उन्होंने सुझाव दिया है कि अंक डालने के बाद उसकी चेक लिस्ट निकाली जाए और फाइनलाइजेशन से पहले उसे अच्छी तरह से चेक किया जाए. यदि उसमें किसी तरह का संशोधन हो तो रिव्यू डाटा में जाकर एडिट डाटा का ऑप्शन लेकर संशोधन किया जा सकेगा.
वहीं यह भी स्पष्ट किया गया है जो भी अंक छात्रों को दिए जाएंगे वह रिफरेंस ईयर के अनुसार ही होना चाहिए. यदि इसमें किसी भी तरह का बदलाव हुआ तो डाटा फाइनलाइज ही नहीं होगा.

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