नई दिल्ली: हत्या के मामले में पांच साल से फरार चल रहे आरोपी नवजोत सिंह को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है. उसकी गिरफ्तारी पर हरियाणा पुलिस की तरफ से एक लाख रुपये का इनाम घोषित था. डीसीपी संजीव यादव के अनुसार 8 जुलाई 2013 को नवजोत सिंह हीरा ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर गुरपाल सिंह नामक एक शख्स का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी. हत्या करने के बाद उसने शरीर के टुकड़े- टुकड़े कर उसे नरवाना नहर में फेंक दिया था.
पिता की मौत का बदला लेने के लिए क़ातिल बना मासूम, रच डाली ख़ौफ़नाक साजिश
बचपन में पिता की हत्या देखकर एक बच्चा चुप रह गया लेकिन बड़े होने पर उसने हत्या करने वाले से बदला लिया. उसने आरोपी शख्स को खौफनाक मौत दी. अपहरण के बाद पहले उसकी हत्या की और फिर शव के टुकड़े कर नहर में बहा दिया.
अपहरण और हत्या का मामला दर्ज
इस बाबत अंबाला के महेश नगर थाना में अपहरण और हत्या का मामला दर्ज किया गया था. मामले में पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया था जिन्हें उम्रकैद की सजा हो चुकी है. लेकिन मुख्य आरोपी नवजोत फरार चल रहा था. पुलिस को छानबीन के दौरान पता चला कि वर्ष 1999 में गुरपाल सिंह ने बेरहमी से नवजोत सिंह के पिता की हत्या कर दी थी. इस हत्या का बदला लेने के लिए उसने गुरपाल की हत्या की. हत्या के इस मामले में अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था. वहीं हरियाणा पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. वह पुलिस से बचने के लिए वह लगातार दिल्ली के विभिन्न इलाकों में छिपकर रह रहा था.
स्पेशल सेल ने हथियार सहित किया गिरफ्तार
हाल ही में स्पेशल सेल को सूचना मिली कि आरोपी नवजोत सिंह सागरपुर इलाके में अपने एक रिश्तेदार से मिलने के लिए आएगा. सूचना देने वाले ने यह भी बताया कि उसके पास हथियार होगा. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने कार में सवार नवजोत को पकड़ लिया. तलाशी में उसके पास से एक कट्टा बरामद हुआ. आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह अंबाला का रहने वाला है. उसने पंजाब यूनिवर्सिटी से 2013 में बीबीए की पढ़ाई की है. उसके पिता की संपत्ति विवाद में गुरपाल सिंह ने बेरहमी से हत्या कर दी थी. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने गुरपाल सिंह से बदला लेने के लिए साजिश रची. रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ मिलकर एक गैंग बनाया और 8 जुलाई 2013 को उसने गुरपाल सिंह को अगवा कर उसकी हत्या कर दी.