नई दिल्ली: किसान नेता राकेश टिकैत द्वारा बयान दिया गया है कि किसान 40 लाख ट्रैक्टर के साथ दिल्ली कूच करेगा, जिसके बाद से ही गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी गई है. एनएच 9 सहित सर्विस रोड पिछले 1 महीने से पूरी तरह बंद है और अब दिल्ली पुलिस ने राकेश टिकैत के बयान के बाद बॉर्डर के आसपास के खेत वाले इलाकों के रास्तों को भी बैरिकेड लगाकर पूरी तरह से बंद कर दिया है.
टेढ़े मेढ़े रास्ते से बॉर्डर पार कर रहे लोग 'कभी भी घट सकता है बड़ा हादसा' एनएच 9 के पूरी तरह बंद हो जाने के बाद स्थानीय लोग गाजीपुर बॉर्डर पार करने के लिए खेतों का सहारा ले रहे थे. लेकिन राकेश टिकैत के बयान के बाद पुलिस ने खेतों में बड़े-बड़े गड्ढे खोद रखे हैं और पैदल जाने वाले रास्तों को भी अब पूरी तरह से बंद कर दिया है.
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जिसके बाद लोग जान हथेली में रखकर बॉर्डर पार कर रहे हैं. हालत यह है कि कभी भी गाजीपुर बॉर्डर पर कोई बड़ा हादसा घट सकता है. एक मोटरसाइकिल सवार ने बताया कि उसका भाई दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती है और खून की सख्त जरूरत है. वह अपने परिचितों के माध्यम से खून जमा कर रहा है जिसके लिए उसे इस रास्ते का प्रयोग करना पड़ रहा है. कई बार इन रास्तों पर गिर चुका है लेकिन भाई की जान बचाने के लिए मजबूरी में उसे इस रास्ते का प्रयोग करना पड़ रहा है.
पैदल चलने वाले भी हो रहे परेशान
दुपहिया वाहन चालकों के साथ-साथ खेतों के रास्ते बॉर्डर पार करने वाले पैदल यात्री भी परेशानी का सामना कर रहे हैं. एक राहगीर ने बताया कि इन खेतों में इतनी धूल है कि पैदल चलना भी मुश्किल है.
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साथ ही पुलिस द्वारा जगह-जगह पर बैरिकेडिंग की गई है और गड्ढा खोद दिए गए हैं जिस कारण पैदल राहगीरों को भी काफी दिक्कतें हो रही हैं. लेकिन शॉर्टकट रास्ता होने के कारण आम लोग मजबूरी में इन रास्तों का प्रयोग कर रहे हैं.