नई दिल्ली: राजधानी में लॉकडाउन लगे हुए 28 दिन बीत चुके हैं. सरकार द्वारा इस समय सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह से बंद है. इसकी वजह से अस्पताल जाने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
मुश्किल की इस घड़ी में पीसीआर में तैनात जवान लगातार मरीजों की मदद कर रहे हैं. बीते 24 घंटे में पीसीआर द्वारा प्रसव पीड़ा से परेशान 30 महिलाओं को विभिन्न अस्पतालों में पीसीआर द्वारा पहुंचाया गया है.
नहीं मिल रहे हैं एम्बुलेंस
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार राजधानी में कोरोना महामारी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. सरकार ने लॉकडाउन के कारण सार्वजनिक परिवहन सेवा को पूरी तरीके से बंद रखा है. इसकी वजह से मरीजों को अस्पताल जाने के लिए ऑटो-टैक्सी भी नहीं मिल पा रहे हैं. एम्बुलेंस पर काफी बोझ होने के चलते सभी मरीजों को एम्बुलेंस भी नहीं मिल पा रही है.
इसलिए पीसीआर ऐसे मरीजों की लगातार मदद कर रही है, जिन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाए जाने की आवश्यकता है. खासतौर से गर्भवती महिलाएं, दिल का दौरा पड़ने वाले मरीज एवं अन्य गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेदारी पीसीआर द्वारा निभाई जा रही है.
24 घंटे में 30 महिलाओं को पहुंचाया अस्पताल
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार बीते 24 घंटे में पीसीआर द्वारा 30 गर्भवती महिलाओं को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. प्रसव पीड़ा के चलते परेशान इन महिलाओं को अस्पताल जाने के लिए कोई गाड़ी नहीं मिल रही थी. इनमें से कई कॉल रात 11 से सुबह 5 बजे के बीच पीसीआर को मिली. इन सभी कॉल पर जाकर पीसीआर ने तुरंत महिलाओं को उनके परिजन सहित अस्पताल पहुंचाया.