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मोहल्ला क्लीनिक में घटी मरीजों की संख्या, कोरोना संक्रमण का है डर - Delhi lockdown

मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर में कोरोना संक्रमण पाए जाने के बाद मरीजों की संख्या में कमी आई है. नतीजतन मोहल्ला क्लीनिक में जहां लोगों की भीड़ लगी रहती थी. वहां अब इक्का-दुक्का मरीज ही दिखाई देते हैं.

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मोहल्ला क्लीनिक में घटी मरीजों की संख्या

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Published : Apr 19, 2020, 5:02 PM IST

नई दिल्ली:कोरोना वायरस पूरे देश में अपना पैर पसार चुका है. जिस तरह से संक्रमण के केस बढ़ते जा रहे हैं. उसका असर मोहल्ला क्लिनिक के मरीज़ों पर भी देखने को मिल रहा है. जहां पहले की अपेक्षा कम मरीज आ रहे हैं.

मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर ने बताई वजह

मोहल्ला क्लीनिक में आई मरीजों में कमी

बताया जा रहा है कि मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर में कोरोना संक्रमण पाए जाने के बाद मरीजों की संख्या में कमी आई है. नतीजतन मोहल्ला क्लीनिक में जहां लोगों की भीड़ लगी रहती थी. वहां अब इक्का-दुक्का मरीज ही दिखाई देते हैं. इसको लेकर डॉक्टरों का कहना है कि डर की वजह से भी मरीज कम आ रहे हैं. साथ ही एहतियात बरतते हुए डॉक्टर्स भी 3 दिन की जगह अधिक दिन की दवाई दे रहे हैं. जिससे उन्हें बार-बार क्लीनिक ना आना पड़े.



डॉक्टरों में संक्रमण की बात से अस्पताल आने से बच रहे हैं लोग

बता दें कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण के केस में लगातार इजाफा हो रहा है. कई स्वास्थ्य कर्मी भी इसकी चपेट में आ चुके हैं. यही कारण है कि लोग अब अस्पताल जाने से भी बचने लगे हैं. इसको लेकर दक्षिणी दिल्ली के पम्पोश एन्क्लेव में स्थित मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर रजीना रेठी देवन ने बताया कि ये समय मौसम में बदलाव का होता है. जिसमें ज्यादातर लोगों को सर्दी जुकाम की शिकायत होती है. लेकिन क्योंकि कोरोना महामारी का लक्षण भी यही है. ऐसे में लोगों के भीतर डर समा गया है कि कहीं उन्हें कोरोना तो नहीं.

संक्रमण के डर से घटी मरीजों की संख्या

उन्होंने बताया कि मरीज अस्पताल आने से भी डरने लग गए हैं. क्योंकि उनके संज्ञान में ये बात आई है कि डॉक्टरों को भी कोरोना हो गया है. ऐसे में वो डर रहे हैं कि कहीं वो अस्पताल गए तो उन्हें भी संक्रमण ना हो जाए. यही कारण है कि जो मोहल्ला क्लीनिक पहले मरीजों से भरे हुए रहते थे. अब वहां बहुत कम मरीज दिखाई देते हैं और वो जो भी उपचार के लिए आते हैं. ये पूछते हैं कि उन्हें कोरोना तो नहीं.


एहतियात के तौर पर दी जा रही है कई दिन की दवा

वहीं डॉक्टर ने कहा कि संक्रमण का खतरा भले ही है, लेकिन हम डॉक्टर अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकते और हम लगातार मरीजों की देखभाल में लगे हैं. साथ ही कहा कि जहां पहले मरीजों को तीन दिन की दवा दी जाती थी. वहीं अब एहतियात के तौर पर उन्होंने एक साथ ही कई दिनों की दवा एक साथ दी जा रही है. जिससे मरीजों को बार-बार अस्पताल ना आना पड़े.

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