नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव बगैर अकाली पार्टी के लड़ रही बीजेपी को दिल्ली में सिखों के नेतृत्व वाली 'जागो पार्टी' ने सशर्त समर्थन देने का ऐलान किया है.
अकाली दल से छूटा साथ तो 'जागो' ने थामा बीजेपी का हाथ
बुधवार को जागो पार्टी के पदाधिकारियों की एक मीटिंग हुई. जिसमें वे दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का साथ देंगे. जागो पार्टी ने विधानसभा चुनाव में समर्थन देने का ऐलान किया है.
बुधवार को जागो पार्टी के पदाधिकारियों की एक मीटिंग हुई. जिसमें विधानसभा चुनाव के हालात पर चर्चा के बाद सिख पंथ के अहम मसलों को हल करवाने का बीजेपी ने जो भरोसा दिया उस भरोसे के बाद जागो पार्टी ने चुनाव में समर्थन देने का ऐलान किया है.
समर्थन देने से पहले बैठक
जागो पार्टी के प्रमुख सरदार मनजीत सिंह जीके ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी को दिए जाने वाले समर्थन की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अकाली दल परिवारवाद को बढ़ावा देती है. जिस तरह उसका गठबंधन बीजेपी से नहीं हुआ, दिल्ली के सिख समुदायों में दुविधा की स्थिति बनी हुई है. इसीलिए आज बैठक की गई.
सिख पंथ ने बीजेपी से मिले भरोसे के बाद दिया समर्थन
बैठक के बाद सिख पंथ के अहम मसलों को हल करवाने का बीजेपी से भरोसा लेने की शर्त पर बीजेपी उम्मीदवारों का समर्थन करने का प्रस्ताव पारित किया गया.
साथ ही अफगानी सिखों को नागरिकता देने, 1984 सिख कत्लेआम के दोषियों को सजा दिलवाने के लिए एसआईटी का गठन करने, करतारपुर कॉरिडोर खोलने, काली सूची में शामिल सिखों के नाम लगभग हटाने तथा भारत आने का वीजा देने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार का भी धन्यवाद किया गया.
बैठक में लिए गए निर्णय -
- विधानसभा चुनाव में को सपोर्ट देने के लिए जागो पार्टी ने जो बैठकर की और प्रस्ताव पारित किए गए हैं उसमें पंजाबी भाषा में सिविल परीक्षा करने के इच्छुक पंजाबियों के लिए दिल्ली में भारत सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय के अधीन सिविल एक्जाम ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट फॉर पंजाबी लैंग्वेज स्थापित करने की बात भी शामिल है.
- 2021 में गुरु तेग बहादुर साहब के आ रहे 400 वें प्रकाश पर्व को समर्पित दिल्ली में गुरु तेग बहादुर साहिब के नाम पर मेडिकल कॉलेज की स्थापना और गुरु साहिब के शहीदी दिवस पर आज के अवकाश घोषित करने की मांग भी शामिल है.
- सरदार मनजीत सिंह जीके के द्वारा 1984 सिख कत्लेआम के आरोपी जगदीश टाइटलर के जारी किए गए स्टिंग मामले में गिरफ्तार की मांग
- दिल्ली के सभी 1023 सरकारी स्कूल में पंजाबी टीचर की नियुक्ति
- 1984 के दंगा पीड़ितों के फ्लैट के मरम्मत का मालिकाना हक देने की मांग आदि शामिल है.