नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी मुख्यालय में प्रेस को संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि 4 जनवरी को दिल्ली के स्कूलों में पेरेंट्स टीचर मीटिंग होने वाली है. आज हमने कुछ अखबारों में पढ़ा है कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने इसे कैंसिल कराने के लिए उपराज्यपाल को पत्र लिखा है.
शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस सिसोदिया ने कहा कि हमें यह सोचकर शर्म आती है कि केंद्रीय मंत्री को अब पीटीएम से क्या दिक्कत हो गई. बीजेपी को अच्छी शिक्षा से क्या परेशानी है. इस पीटीएम में प्री बोर्ड के बाद बोर्ड को लेकर बच्चों की तैयारियों के बारे में शिक्षक उनके अभिभावकों से बात करने वाले हैं. लेकिन अब बीजेपी वाले इसे भी बंद कराना चाहते हैं.
'हिम्मत कैसे हुई पीटीएम कैंसिल करने के लिए चिट्ठी लिखने की'
मनीष सिसोदिया ने यहां तक कह दिया कि हर्षवर्धन जी, आपकी हिम्मत कैसे हुई पीटीएम कैंसिल करने के लिए एलजी को चिट्ठी लिखने की. सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के शिक्षा में जो भी रिफॉर्म हुआ है, उसमें इन पेरेंट्स टीचर मीटिंग का बड़ा योगदान रहा है और 4 जनवरी को जो पीटीएम होनी है यह परीक्षा में बैठने वाले 6 लाख बच्चों के लिए काफी महत्व रखता है.
'पेरेंट्स से अपील'
सिसोदिया ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली के अभिभावकों से भी अपील की. उन्होंने कहा कि मैं पेरेंट्स से अपील करता हूं कि पीटीएम आपके बच्चों के लिए बहुत जरूरी है. बीजेपी नेताओं के झांसे में न आएं, ये शिक्षा विरोधी लोग हैं. अब ये लोग कुछ नहीं कर पा रहे, तो शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने में लग गए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली का शिक्षा मॉडल पूरे देश में देखा जा रहा है और बीजेपी के लोगों को शिक्षा के विरोध के अलावा कुछ नहीं आता.
'नहीं रुकवा सकेंगे पीटीएम'
अंत में सिसोदिया ने कहा कि यह पीटीएम दिल्ली के शिक्षा विभाग की है, डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन इसे आयोजित कर रहा है और इसके लिए दिल्ली के शिक्षकों ने, प्रिंसिपल्स ने काफी मेहनत की है. इसका खाका तैयार किया है. डॉक्टर हर्षवर्धन जी इसे किसी भी किस तरह से रुकवा नहीं सकेंगे.