नई दिल्ली: कोरोना का प्रकोप भयंकर तरीके से बढ़ता जा रहा है. खासकर स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए खतरा ज्यादा है. इसी को देखते हुए वकील अशोक अग्रवाल ने इस साल स्कूल नहीं खोले जाने की मांग की है.
कोरोना संकट में स्कूल ना खोलने की मांग, 'जीरो ईयर घोषित करे सरकार' - corona Impact on children education
देशभर के अभिभावकों से बात करने के बाद वकील अशोक अग्रवाल ने कहा है कि अधिकांश अभिभावक नहीं चाहते कि इस साल स्कूल खुले. अशोक अग्रवाल के मुताबिक अभिभावकों ने उन्हें बताया कि अगर स्कूल खुलते हैं और बच्चों के साथ कोई घटना घटती है. तो उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा. अभिभावक इसे लेकर काफी डरे हुए हैं.
स्कूल नहीं खोलने के पक्ष में अधिकांश अभिभावक
देशभर के अभिभावकों से बात करने के बाद उन्होंने कहा है कि अधिकांश अभिभावक नहीं चाहते हैं कि इस साल स्कूल खुले. अशोक अग्रवाल के मुताबिक अभिभावकों ने उन्हें बताया कि अगर स्कूल खुलते हैं और बच्चों के साथ कोई घटना घटती है. तो उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा. अभिभावक इसे लेकर काफी डरे हुए हैं.
तीन मांगें रखी हैं
अशोक अग्रवाल ने सरकार से तीन मांगें रखी है. पहली कि इस साल स्कूल नहीं खुलने चाहिए. दूसरी मांग है कि 2020-21 के शैक्षणिक सत्र को जीरो शैक्षणिक सत्र घोषित किया जाए. तीसरी मांग है कि सभी बच्चों को सामूहिक रूप से प्रमोट किया जाए. ताकि बच्चों और अभिभावकों का मनोबल बना रहे. अशोक अग्रवाल ने कहा कि इन तीनों मांगों का देशभर के अभिभावकों ने समर्थन दिया है. उन्होंने सरकार से बच्चों के हित में ये तीनों मांगे मानने की अपील की है.