नई दिल्ली : दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे ट्रेड फेयर का अंतिम दिन 27 नबंबर यानी आज आखिरी सन्डे है और आज ही मेले का समापन होगा. 14 नवंबर से इंडिया ट्रेड प्रोमोशन ऑर्गेनाइजेशन (आईटीपीओ) के द्वारा भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (ट्रेड फेयर) का आयोजन किया गया. यह मेला 14 नवम्बर से 27 नवम्बर आयोजित किया गया है. 14 से 18 नवंबर तक बिजनेस क्लास के तहत लोग आए. इसके बाद 19 से 27 नवंबर तक आम लोगों के लिए ट्रेड फेयर खुला रहा. इस बार वोकल फॉर लोकल, लोकल टू ग्लोबल थीम पर मेला का आयोजन किया गया. गौर करने वाली बात यह है कि रविवार को ट्रेड फेयर में आईटीपीओ की ओर से अवार्ड भी दिया जाएंगे. ऐसे में जो अभी तक ट्रेड फेयर नहीं आए उनके पास रविवार को आखिरी मौका है अगर चुके तो अगले साल ही मौका मिलेगा.
ये भी पढ़ें :-मनोहर लाल खट्टर ने केजरीवाल पर साधा निशाना, कहा- यमुना को कर दिया दूषित
लाखों लोगों ने लिया हिस्सा : प्रगति मैदान में आयोजित इस ट्रेड फेयर में बीते 14 दिनों में लाखों लोगों ने मेले में हिस्सा लिया.आंकड़ों की बात करे तो 19 नवंबर से आम लोगों के लिए मेले के दरवाजे खोले गए थे.तब से लेकर आज तक रोजाना 80 हजार से ज्यादा लोग मेले में हिस्सा लेने लिए पहुंचे.
जानिए मेले की विशेषता और कमियां:-
तीन विशेषताएं :
--सुरक्षा का इंतजाम बढिय़ा रहा. सीसीटीवी कैमरे के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिसबल व सिविल डिफेंसकर्मी मौजूद रहे.
--हर साल होने वाली पॉकेटमारी की घटनाएं इस साल नहीं हुईं. यदि किसी का सामान छूट भी गया तो उसे वापस मिल गया.
--हॉल बड़े होने से लोगों को भीड़-भाड़ की समस्या का सामना पवेलियन के अंदर नहीं करना पड़ा.
तीन कमियां :
--सार्वजनिक शटल सेवा नदारद रही, बुजुर्गों को काफी पैदल चलना पड़ा.
--फूड स्टॉल पर व्यंजनों के दाम बहुत अधिक रहे.
--इंटरनेशनल पवेलियन पीछे की साइड होने से लोग उस तरफ नहीं जा सके.
ये भी पढ़ें :-सांसों पर आफत: दिल्ली एनसीआर में फिर बढ़ा प्रदूषण, Red Zone में कई इलाकों का AQI