नई दिल्ली: शराब घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सीबीआई की पूछताछ के बाद बीजेपी उन पर हमलावर है और उनके इस्तीफे की मांग कर रही है. दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी और मदन लाल खुराना ने सच्चरित्र और ईमानदारी का जो उदाहरण पेश किया था, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी वैसा ही उदाहरण पेश करना चाहिए. दोनों नेताओं ने सिर्फ आरोप लगने पर ही क्रमशः लोकसभा और दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे दे दिया था.
बिधूड़ी ने कहा कि अगर सीबीआई और ईडी ने फर्जी मुकदमे बनाए हैं तो फिर पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की जमानत क्यों नहीं हो रही है? कहा कि इन एजेंसियों ने जो मुकदमे कायम किए, वे स्वयं दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव नरेश कुमार की रिपोर्ट पर बनाए गए हैं. 8 जुलाई 2022 को मुख्य सचिव ने ही अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि एक्साइज विभाग के मंत्री होने के नाते सिसोदिया ने उपराज्यपाल की मंजूरी के बिना ही नई आबकारी नीति में बदलाव कर दिए.
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उन्होंने कंपनियों की लाइसेंस फीस में 144.36 करोड़ रुपए की छूट दे दी, लाइसेंस धारकों को लाभ पहुंचाने के लिए बीयर से आयात शुल्क हटा दिया और शर्तें पूरी न करने पर एक कंपनी को 30 करोड़ रुपए वापस कर दिए. जबकि, उन्हें जब्त किया जाना चाहिए था. बिधूड़ी ने याद दिलाया कि जब विधानसभा में नई आबकारी नीति रखी गई थी तो हमने पूछा था कि आखिर ठेकेदारों का कमीशन 2 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी क्यों किया गया ? रिहायशी कॉलोनियों में कानून का उल्लंघन करके सैकड़ों शराब के ठेके खोलने की अनुमति क्यों दी गई ? रात 10 बजे की बजाय 3 बजे तक ठेके खोलने के लिए पुलिस की अनुमति क्यों नहीं ली गई ? तो सरकार ने इसका कोई जवाब नहीं दिया. हमने तभी कहा था कि इस नीति में हजारों करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है, यह आबकारी नीति वापस ले ली जाए लेकिन सरकार नहीं मानी.
बिधूड़ी ने कहा कि सिसोदिया करीब दो महीने से और सत्येंद्र जैन करीब एक साल से जेल में हैं, लेकिन बार-बार कोशिशों के बावजूद कोर्ट उनकी जमानत स्वीकार नहीं कर रहा है. सिसोदिया के बारे में विशेष न्यायाधीश के फैसले का उल्लेख करते हुए बिधूड़ी ने कहा कि कोर्ट ने साफ तौर पर कहा कि सिसोदिया ने आपराधिक साजिश में सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. और वह आपराधिक साजिश के उद्देश्यों को हासिल करने के लिए आबकारी नीति को बनाने और उसे लागू करने में गहराई से शामिल थे.
बिधूड़ी ने कहा कि सत्येंद्र जैन की जमानत कोर्ट मंजूर नहीं कर रहा. 6 अप्रैल 2023 को दिल्ली हाईकोर्ट ने सत्येंद्र जैन को जमानत देने से इनकार करते हुए साफ-साफ कहा है कि अब तक गवाहों के बयानों से साफ है कि सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग के पूरे ऑपरेशन के कर्ताधर्ता थे. उन्होंने ही मनी लॉन्ड्रिंग की परिकल्पना की, विजुअलाइज किया और फिर उस योजना को पूरा किया.
कोर्ट ने कहा कि कंपनियों को जैन और उनका परिवार ही नियंत्रित करता था. बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल जिन्हें कभी अपना गुरु कहते थे, वह अन्ना हजारे भी अब कह रहे हैं कि कुछ दोष दिखाई दे रहा है, इसीलिए पूछताछ हो रही है. अगर गलती की है तो सजा मिलनी ही चाहिए. जिस कांग्रेस को केजरीवाल अपना समर्थक मान रहे हैं, उसी के नेता अजय माकन ने भी कहा है कि आबकारी नीति लागू करने में भारी घोटाला किया गया है. उन्होंने अपना भाषण इस शेर के साथ समाप्त किया कि ‘इब्तदाए इश्क है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए होता है क्या’.
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