नई दिल्ली: दिल्ली सरकार और एलजी विनय कुमार सक्सेना (Lieutenant Governor VK Saxena) के बीच तकरार जारी है. आरोप प्रत्यारोप का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. दरअसल, दिल्ली सरकार अपने शिक्षकों को विदेश ट्रेनिंग के लिए भेजती रही है. इसी क्रम में दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले 30 शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड जाना था, लेकिन शिक्षकों के विदेश दौरे को LG ने फिलहाल रोक दिया है. इस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी प्रतिक्रिया (CM Kejriwal Attack on LG Saxena) दी है. उन्होंने ट्वीट किया- आपने मुझे विदेश जाने से रोका, कोई बात नहीं. पर शिक्षकों को तो फिनलैंड ट्रेनिंग के लिए जाने दीजिए, उन्हें तो मत रोकिए.
सीएम ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को हम विदेशों में ट्रेनिंग के लिए भेजते रहे हैं. दिल्ली की शिक्षा क्रांति में इसका बड़ा योगदान रहा है. इन्हें विदेशों में ट्रेनिंग के लिए जाने से रोकना ठीक नहीं है. हालांकि, उनके इस ट्वीट पर लोगों ने भी प्रतिक्रिया दी. एक यूजर ने लिखा कि अगर एलजी ने रोक लगाई है तो आप कोर्ट का दरवाजा कब खटखटा रहे हैं. मालूम हो कि कोरोना महामारी से पहले दिल्ली के शिक्षक विदेश दौरे पर जा चुके हैं. विदेश जाने के दौरान सभी शिक्षकों का खर्चा दिल्ली सरकार के द्वारा उठाया जाता है.
शिक्षा मंत्री ने जताया ऐतराजःशिक्षकों के फिनलैंड जाने पर लगाई गई रोक पर उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ऐतराज जताया है. उन्होंने ट्वीट किया- एलजी ने दिल्ली के सरकारी स्कूल शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजने पर भी रोक लगा दी है. सरकार ने 30 शिक्षकों की ट्रेनिंग का प्रस्ताव मंजूर करके एलजी के पास भेजा था, लेकिन रोक लगा दी गई. उनका कहना है कि देश में ही ट्रेनिंग करा लो. सिसोदिया ने अपने दूसरे ट्वीट में एलजी पर तंज कसते हुए लिखा कि एलजी सर्विस विभाग पर असंवैधानिक कब्जा करके दिल्ली के बच्चों के हित में मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री के फैसले को पलट रहे हैं. दिल्ली के शिक्षा में आए बड़े बदलाव में शिक्षकों को मिली राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय ट्रेनिंग का बहुत बड़ा योगदान रहा है.