नई दिल्ली: पत्रकार सौम्या विश्वनाथन के पिता एमके विश्वनाथन का शनिवार को निधन हो गया. सौम्या की हत्या मामले में दिल्ली की एक अदालत द्वारा दो हफ्ते पहले ही दोषी ठहराए गए चार लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. इस पिता ने अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए बहुत लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी थी. अदालती फैसले के दो सप्ताह बाद ही 82 वर्षीय एमके विश्वनाथन का निधन हो गया. बेटी के 41वें जन्मदिन के ठीक एक दिन बाद ही पिता का निधन हो गया.
सौम्या विश्वनाथन की हत्या मामले में दो हफ्ते पहले ही दिल्ली की साकेत कोर्ट ने केस के चार आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी. 2008 में दफ्तर से घर लौटते वक्त सौम्या की हत्या हुई थी. इस मामले में 15 साल बाद आरोपियों को सजा मिली. सौम्या के पिता एमके विश्वनाथन का 82 साल की उम्र में निधन हुआ.
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ऑफिस से लौटने वक्त हत्या: सौम्या की हत्या 30 सितंबर, 2008 को हुई. सौम्या विश्वनाथन की हत्या उस वक्त हुई थी, जब वह देर रात ऑफिस के बाद अपनी कार से घर लौट रही थी. सौम्या की गोली मारकर हत्या की गई थी. पुलिस ने दावा किया था कि इस मर्डर का मकसद लूटपाट था. इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था. सभी आरोपी 2009 से ही पुलिस की हिरासत में थे. इन आरोपिरों पर मकोका भी लगाया गया था. इन आरोपियों को 2009 में आईटी प्रोफेशनल जिगिशा घोष की हत्या मामले में दोषी करार दिया जा चुका है. सौम्या केस में पुलिस को क्लू आईटी प्रोफेशनल जिगिशा घोष की हत्या के बाद ही हुई थी.
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