नई दिल्ली:किसान आंदोलन के 50 दिन हो गए हैं. ईटीवी भारत ने गाजीपुर बॉर्डर पर किसान चौपाल के जरिए किसानों के अब तक के अनुभव और आगामी रणनीतियों को लेकर बातचीत की. चौधरी धर्मपाल बीते लगातार 50 दिनों से आंदोलन पर डटे हुए हैं. इस दौरान केंद्र सरकार के साथ कई दौर की वार्ता हो चुकी है. इस दौरान के अनुभव को लेकर ईटीवी भारत से बातचीत में चौधरी धर्मपाल ने कहा कि घर में परिवार और बच्चों के साथ रहने की जो खुशी थी, वे सब यहां खत्म हो गई हैं. यहां आंदोलन में बड़ों और बुजुर्गों के साथ बच्चे भी शामिल हैं.
'बाप-दादा कर रहे हैं विरोध'
सिद्धार्थ चौधरी अभी स्कूल में पढ़ाई करते हैं, लेकिन कोरोना काल में चूंकि स्कूल भी बंद हैं. इसलिए अपने परिवार वालों के साथ यहां आंदोलन में आए हैं. सिद्धार्थ ने कहा कि हमारे बाप-दादा इसका विरोध कर रहे हैं. इसलिए हम भी यहां बैठे हुए हैं. बागपत से आए युवा अंकुर कुमार ने इसे आरपार की लड़ाई बताया. वहीं, बुजुर्ग महिपाल सिंह ने कहा कि मांगे पूरी होने तक यहीं रहेंगे.