नई दिल्ली:केंद्र सरकार की तरफ से आयुर्वेद के डॉक्टरों को सर्जरी किए जाने की अनुमति के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मोर्चा खोल दिया है और इसी कड़ी में 11 दिसंबर को देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की हड़ताल. आईएमए की तरफ से प्रेस वार्ता करते हुए जानकारी दी गई कि 4 दिसंबर से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इसके खिलाफ अलग-अलग राज्यों में प्रदर्शन करेगी और 11 दिसंबर को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक हड़ताल की जाएगी.
8 दिसंबर को करेंगे विरोध
आईएमए के अध्यक्ष डॉ राजन शर्मा ने कहा कि सबसे पहले 8 दिसंबर को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक आयुर्वेद के डॉक्टरों को सर्जरी किए जाने की अनुमति के खिलाफ सभी डॉक्टर अपना विरोध जताएंगे. हालांकि इस दौरान कोरोना से जुड़े सभी नियमों का पालन करते हुए ही अपना विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
विरोध प्रदर्शन से स्वास्थ्य सेवाएं नहीं होंगी प्रभावित
इसके अलावा डॉक्टर से हमने जब मौजूदा कोरोना जैसी गंभीर स्थिति में डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन हड़ताल को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि इस को लेकर दो बार सरकार को पत्र भेजा गया है और बातचीत के लिए पूछा गया है लेकिन सरकार अनसुना कर रही है, हमारे पत्रों का कोई जवाब नहीं दिया गया.
जिसके बाद हम मजबूर होकर अपनी आवाज लोगों तक पहुंचाने के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं, हालांकि उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि इस विरोध प्रदर्शन के जरिए स्वास्थ्य सेवाओं पर किसी भी प्रकार से कोई असर नहीं पड़ेगा.
अलग-अलग राज्यों में डॉक्टर जताएंगे अपना विरोध
डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रदर्शन और हड़ताल के दिन स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से जारी रहेंगी ओपीडी और इमरजेंसी सेवा लोगों को मिलती रहेगी. वहीं मौजूदा स्थिति में कोरोना जैसी गंभीर बीमारी के लिए जो लोग अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं या कोरोना के लिए जो डॉक्टर ड्यूटी में तैनात है, वह स्थिति इस प्रदर्शन और हड़ताल से प्रभावित नहीं होगी.
डॉ. शर्मा ने कहा कि इसके विरोध में जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन समेत सभी डॉक्टर पैरा पैरामेडिकल स्टाफ समेत अलग-अलग राज्यों से डॉक्टर शामिल होंगे और ना केवल दिल्ली में बल्कि अलग-अलग राज्यों में यह विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.