पाकिस्तानी सरकार सफाई पर सफाई पेश कर रही है. हमले की बात नकार रही है. लेकिन वास्तवकिता यही है कि पाकिस्तान में भारतीय वायुसेना ने होली से पहले ही दिवाली मना लिया है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक हमारे लड़ाकू विमान जब पाकिस्तान स्थित आतंकियों के ठिकाने पर हमले कर रही थी तब पाकिस्तानी एयरफोर्स के अत्याधुनिक फाइटर प्लेन F16s ने मिराज को घेर लिया था. लेकिन हमारे पायलटों के फॉर्मेशन और आक्रमक व्यवहार से वो डर गए और चुपचाप निकल लिए.
आज सुबह पुलवामा हमले का बदला लेते हुए भारतीय वायुसेना ने मंगलवार को LOC पार आतंकी ठिकानों पर हमला कर दिया. भारतीय वायुसेना ने सुबह साढ़े तीन बजे 12 मिराज 2000 भारतीय लड़ाकू जेट विमानों के साथ एलओसी के पार जाकर आतंकवादी कैंपों पर निशाना बनाया और इसे पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया. इस हमले में सबसे अहम भूमिका रही लड़ाकू विमान मिराज-2000 की.
आइए जानते हैं सर्जिकल स्ट्राइक-2 के हीरो रहे मिराज 2000 लड़ाकू विमान की खास बातें
भारतीय वायुसेना को मिराज-2000 विमानों की सप्लाई फ्रांस की दसॉ कंपनी ने की है. इसी कंपनी ने राफेल लड़ाकू विमानों को तैयार किया है. साल 2015 में कंपनी ने अपग्रेडेड मिराज-2000 लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना को सौंपे. इन अपग्रेडेड विमानों में नए रेडार और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम लगा है, जिनसे इन विमानों की मारक और टोही क्षमता में भारी इजाफा हो गया है.
- मिराज 2000 की अधिकतम रफ्तार 2,495 किलोमीटर प्रति घंटा है.
- मिराज 2000 विमान एक साथ कई काम कर सकते हैं. विमान ज्यादा से ज्यादा विमान के बम या मिसाइल को दुश्मनों को ठिकाने पर ले जाकर गिराने में सक्षम है. यह हवा में दुश्मन का मुकाबला भी कर सकता है.
- एक ही समय में यह एयरक्राफ्ट 4 मिका मिसाइल, 2 मैजिक मिसाइल, 3 ड्रॉप टैंक्स के साथ लैस हो सकता है. मिराज 2000 लेजर गाइडेड बम भी गिरा सकता है.
- मिराज (Mirage 2000) एयर टू सर्फेस मिसाइल भी कैरी कर सकता है. ये वो मिसाइल जो हवा से जमीन पर मार कर सकती हैं. मिराज में 9 हार्ड पॉइंट होते हैं. यानी 9 पॉइंट्स पर हथियार ले जा सकता है. आपको बता दें कि 80 के दशक का मिराज- 2000 इंडियन एयरफोर्स बेड़े में शामिल सबसे अच्छा लड़ाकू विमान है.
- यह प्लेन किसी भी देश में भीतर तक जाकर बिना राडार की पकड़ में आए टारगेट को ध्वस्त कर सकता है। कुछ ही दिन पहले पोखरण में हुए वायुशक्ति 2019 में मिराज ने अपनी ताकत का लोहा मनवाया था।
आपको बता दें एयरफोर्स की कार्रवाई में मिराज (Mirage 2000) के अलावा डीआरडीओ के बनाये गये मिनी अवाक्स भी शामिल थे, जो करीब 200 किलोमीटर दूर तक हर हरकत पर नज़र रख सकते हैं. साथ में हवा में ईंधन भरने वाला एयर टू एयर रीफ्यूल भी था. करगिल युद्ध के समय भी मिराज ने बिना एलओसी क्रॉस किए पाकिस्तानी में मौजूद आतंकी कैंपों को तबाह किया था. गौरतलब है कि कारगिल जंग के दौरान जो मिग -21 के कमांडिंग ऑफिसर थे वो आज वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोवा है. उन्होंने भी उस वक़्त मिग -21 से पाक घुसपैठियों को निशाना बनाया था.