नई दिल्ली:राजधानी में शनिवार के बाद रविवार को भी भारी बारिश हुई, जिससे जगह-जगह जलजमाव की स्थिति देखी गई. इसके चलते लोगों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा और लगातार बारिश के चलते पूरी दिल्ली अस्त व्यस्त नजर आई. इस दौरान दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी विभाग, दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली नगर निगम और एनडीएमसी के पानी निकासी को लेकर जो बड़े-बड़े दावे किए गए थे, वह सब धरे के धरे नजर आए.
आंकड़ों के हिसाब से पिछले 41 साल में जुलाई में दिल्ली में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई. क्षेत्रों की बात करें तो रविवार सुबह 8:30 से दोपहर 2:30 बजे तक रिज में 24 एमएम, सफगरगंज में 12 एमएस और पालम में 17 एमएम बारिश दर्ज की गई. आगे भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. वहीं, भारी बारिश को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कल यानी सोमवार को स्कूल बंद करने का ऐलान किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है, 'दिल्ली में पिछले 2 दिनों से हो रही मूसलाधार बरसात और मौसम विभाग की चेतावनियों को ध्यान में रखते हुए कल दिल्ली के सभी स्कूलों को एक दिन के लिए बंद किया जा रहा है.'
यमुना खतरे के निशान को पारः बारिश के बाद यमुना नदी के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई. कहा जा रहा है कि मंगलवार तक यमुना नदी खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर जाएगी. केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के बाढ़ निगरानी पोर्टल के मुताबिक, ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना नदी का जललस्तर रविवार दोपहर एक बजे 203.18 मीटर था. जबकि, खतरे का स्तर 204.5 मीटर है. आयोग ने कहा कि मंगलवार सुबह 11 बजे से एक बजे के बीच जलस्तर 205.5 मीटर तक बढ़ने की संभावना है.
मंत्री आतिशी ने लिया जायजाः भारी बारिश के बीच दिल्ली की पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने जगह-जगह जलजमाव की स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि शनिवार को दिल्ली में 12 घंटे में 126 मिलीमीटर और 24 घंटे में 150 मिलीमीटर बारिश हुई. पूरे मौसम में जितनी बारिश होती है, उसकी 20 प्रतिशत पिछले 24 घंटे में हुई है. बारिश रुकने के बाद ही हमारे पपिंग स्टेशन शुरू कर दिए गए थे. रविवार को हथिनी कुंड बैराज से 45,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसकी वजह से 11 जुलाई तक यमुना का स्तर खतरे के निशान के ऊपर आ जाएगा. इस पर हमारे अधिकारी नजर बनाए हुए हैं और कल मैं वहां दौरा करूंगी.