नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस(corona virus in delhi) के संक्रमण दर में लगातार हो रही गिरावट के बाद दिल्ली सरकार(delhi goevrnment) के जरिए अनलॉक(unlock) में रियायते बढ़ा दी गई हैं. अब दिल्ली में बाजार के साथ-साथ मॉल्स(malls) भी ऑड इवन के आधार पर खुलने लगे हैं, लेकिन इस बीच अभी भी दिल्ली सरकार ने जिम खोलने की अनुमति नहीं दी है. एक अनुमान के मुताबिक देश की राजधानी दिल्ली में लाखों लोगों की रोजी-रोटी, फिटनेस(fitness) के सेक्टर से जुड़ी हुई है. ऐसे में दिल्ली में जिम(gym in delhi) ना खोले जाने से जिम मालिकों की परेशानी कई गुना तक बढ़ गई है.
आर्थिक बदहाली से जूझ रहे हैं जिम मालिक
दिल्ली में जिम मालिक(gym owner) पिछले 1 साल से ज्यादा लंबे समय से भयंकर आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे हैं. ईटीवी भारत(ETV Bharat) के रिपोर्टर अनूप शर्मा से बातचीत के दौरान दिल्ली जिम एसोसिएशन(Delhi Gym Association) के वाइस प्रेसिडेंट चिराग सेठी ने स्पष्ट तौर पर बताया कि जिम मालिकों को वर्तमान समय में भयावह आर्थिक हालातों से गुजरना पड़ रहा है.
जिम का किराया, बिजली का बिल, पानी का बिल, कर्मचारियों का वेतन, तमाम ऐसे खर्चे हैं. जो जिम मालिक को अपनी जेब से देने पड़ रहे हैं. पिछले 14 में से 8 महीने दिल्ली के जिम बंद रहे हैं और बीच में जब जिम खुले भी रहे हैं, तो जिम्स में क्लाइंट ना के बराबर आए हैं. जिसकी वजह से जिम की आमदनी पूरी तरीके से खत्म सी हो गई है.
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फिटनेस सेक्टर बुरे दौर से गुजर रहा
चिराग सेठी ने आगे बातचीत के दौरान बताया कि दिल्ली के अंदर फिटनेस का सेक्टर इस समय काफी खराब दौर से गुजर रहा है. ऐसे में सरकार को जिम मालिकों की मदद करनी चाहिए. ताकि फिटनेस का सेक्टर दोबारा अपने पैरों पर खड़ा हो चुके.
विशेष तौर पर जिम मालिकों ने जो बैंक से लोन लिया है, उसके इंटरेस्ट रेट में फिलहाल कुछ महीनों के लिए जिम मालिकों को राहत मिलनी चाहिए. साथ ही साथ जिम जैसे सर्विस को जीएसटी के अंदर 18 परसेंट के हाई स्लैब में डाला गया है, जिसे कम करना चाहिए.