नई दिल्ली: देश में 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पुरानी पेंशन बहाली की मांग का मुद्दा एक बार फिर से गरमा गया है. पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में आज फिर से सरकारी कर्मचारियों ने हुंकार भरी है. दिल्ली के रामलीला मैदान में ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग को लेकर देश के कई राज्यों- हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उड़ीसा, पंजाब आदि से आए सरकारी कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
3 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई इस रैली का नेतृत्व फेडरेशन ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट एम्पलाइज एंड वर्कर्स के बैनर तले किया गया. इस प्रदर्शन में ऑल इंडिया स्टेट गवर्नमेंट एम्पलाइज फेडरेशन सहित करीब 50 कर्मचारी संगठनों ने हिस्सा लिया.
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दिल्ली के रामलीला मैदान में आज एक बार बड़ी संख्या में देश के अलग-अलग राज्यों से सरकारी कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद की. दिल्ली के रामलीला मैदान पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने बताया कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर वे यहां पर आए हैं. मांगें नहीं माने जाने पर आगे बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
रैली में पहुंचे लोगों ने अपनी मुख्य मांगों को लेकर कहा कि पहले पीएफआरडीए एक्ट को समाप्त किया जाए. जब तक इस एक्ट को खत्म नहीं किया जाता, तब तक विभिन्न राज्यों में लागू हो रही ओपीएस की राह मुश्किल ही बनी रहेगी. वजह, एनपीएस के तहत कर्मियों का जो पैसा कटता है, वह पीएफआरडीए के पास जमा है. केंद्र सरकार कह चुकी है कि वह पैसा राज्यों को नहीं लौटाया जाएगा.