नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण की स्थिति में थोड़ा सुधार दिख रहा है. लेकिन इसके बावजूद दिल्ली में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है. दिल्ली में लगाए गए लॉक डाउन के कारण से सिर्फ आम लोग ही परेशान नहीं हैं, बल्कि दिल्ली कांग्रेस के कुछ नेता भी दिल्ली में लगाए गए लॉक डाउन के कारण परेशान है.
उम्मीदों पर फिरा पानी
गौरतलब है कि अप्रैल महीने में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के नई कार्यकारिणी का गठन होना था. लेकिन कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर इसे कुछ समय के लिए टाल दिया गया है. ऐसे में प्रदेश कार्यकारिणी में पद पाने के इच्छुक नेताओं को कुछ समय के लिए इंतजार करना पड़ सकता है. वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार के पदभार ग्रहण किए 15 महीने से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक प्रदेश कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ है.
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चौधरी अनिल कुमार के पदभार ग्रहण करने के बाद से ही पहले लॉकडाउन और उसके बाद कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के चलते अभी तक प्रदेश कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ था. ऐसे में यह उम्मीद लगाई जा रही थी कि अप्रैल महीने में प्रदेश कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा, जिसमें युवा चेहरों को तरजीह मिलेगी. लेकिन कोरोना के बढ़ते मामले और लॉकडाउन ने कई कांग्रेसी नेताओं की उम्मीद पर पानी फेर दिया है.