नई दिल्ली: देर आए दुरुस्त आए, एक दिन की देरी से ही सही केजरीवाल सरकार ने बुधवार को विधानसभा में 78, 800 करोड़ रुपये का मुनाफे का बजट पेश कर दिया. इस बजट में दिल्ली को खूबसूरत बनाने की ढेरों बातें कही गई हैं, साथ ही पिछले आठ वर्षों के बजट में सरकार ने जो ऐलान किया था और योजनाएं बनाई थी उसे पूरा करने की दिशा में क्या काम हो रहा है, इस बारे में ईटीवी भारत के दिल्ली ब्यूरो हेड आशुतोष झा ने वित्त मंत्री कैलाश गहलोत से खास बातचीत की. विधानसभा सदन में बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री कैलाश गहलोत से हुई खास बातचीत के मुख्य अंश.
सवाल - बजट पेश करना कितनी बड़ी चुनौती थी?
जवाब - बजट पेश करना चुनौती था, क्योंकि समय बहुत कम था. बजट की तैयारियां कम करने के लिए भी कम समय मिला. मनीष जी की कमी भी खली, लेकिन इस बीच में यह भी एक बड़ी जिम्मेदारी थी जिसे पूरा करना था. हमने पूरा करने की कोशिश की है.
सवाल - बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर व्यवस्था को सुधारने के लिए आपने फोकस किया है तो इससे दिल्ली को कितने समय में रफ्तार मिलेगी?
जवाब - गहलोत ने कहा कि समय लगेगा, लेकिन जिस स्वरुप में बजट पेश किया गया है इससे पाइपलाइन की योजनाओं को पूरा करने में तेजी आएगी. इससे दिल्ली की जनता को बेहतर सुविधाएं मिले, हमलोग इसे पूरा करने की कोशिश करेंगे. परिवहन क्षेत्र की ही बात करें तो पहले जो चीजें नामुमकिन लगती थी, वह सब आज मुमकिन हो गई है. परिवहन कार्यालय से जुड़े कामों के लिए आज लोगों को दफ्तर जाने की जरूरत नहीं है. सारा काम ऑनलाइन हो रहा है. नया वाहन कोई खरीदने जा रहा है तो उसे हाथों हाथ गाड़ी के दस्तावेज मिल जाते हैं, जो पहले सोचा भी नहीं जा सकता था. इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में जितने भी कार्य हैं उसे पूरा करने में समय तो लगता है.
सवाल - केजरीवाल सरकार की मुफ्त सेवाएं क्या आगामी वर्ष भी मिलती रहेंगीं?