नई दिल्ली: सिविल लाइन्स इलाके में शनिवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी से झपटमारी हुई. स्कूटी सवार बदमाश उनका पर्स झपटकर ले गए. आपको जानकर हैरानी होगी कि दिल्ली की सड़कों पर रोजाना 18 लोगों से झपटमारी की वारदात हो रही है. वास्तव में ये आंकड़ा कहीं ज्यादा है, लेकिन कहीं मामला दर्ज नहीं होता तो कहीं इसे चोरी में दर्ज किया जाता है. आलम ये है कि सड़क पर आम लोगों का चलना मुश्किल हो गया है क्योंकि वो कभी भी झपटमारों का निशाना बन सकते हैं.
रोजाना 18 लोग झपटमार का निशाना बन रहे
जानकारी के मुताबिक दिल्ली के विभिन्न इलाकों में चोर और झपटमारों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है. दिल्ली पुलिस के आंकड़े भले ही झपटमारी के कम होने का दावा करते हैं, लेकिन सच्चाई इससे पूरी तरह अलग है. सड़क पर पैदल चल रहे लोगों और ऑटो में सफर करने वाले लोगों से झपटमारी की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं. पुलिस के आंकड़ों की बात करें तो जहां साल 2018 में 30 सितंबर तक झपटमारी की 5034 एफआईआर दर्ज हुई थी, वहीं इस साल ये संख्या 4762 है. इस आंकड़े के मुताबिक रोजाना 18 लोग झपटमार का निशाना बन रहे हैं.
झपटमारों ने उड़ाई पुलिस की नींद
राजधानी में झपटमारों के आतंक से ना केवल आम लोग बल्कि पुलिस भी परेशान हैं. दिल्ली में ताबड़तोड़ झपटमारी की वारदातों को अंजाम देकर बदमाशों ने पुलिस की नींद उड़ा रखी है. इन वारदातों के आतंक का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि देश में आतंकवाद से निपटने वाली स्पेशल सेल आजकल झपटमारों से दो-दो हाथ कर रही है.