नई दिल्ली:अगले साल दिल्ली नगर निगम के मुख्य चुनाव होने हैं, लेकिन उससे पहले ही निगम में राजनीतिक दलों का सियासी पारा गरमाया हुआ है. इन दिनों नॉर्थ एमसीडी में आंतरिक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. मेयर और स्थाई समिति के 3 पदों पर चुनाव हो चुके हैं. ऐसे में अब बचे हुए स्थाई समिति के 3 पद के साथ वार्ड कमेटी के चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन पद को लेकर चुनाव होने है, लेकिन लगातार गर्माती सियासी राजनीति के बीच इन चुनावों की तारीखें आगे बढ़ाई जा रही हैं. आज जारी हुई नोटिफिकेशन में एक बार फिर इन तारीखों को आगे बढ़ा दिया गया है. जिसके बाद जहां 1 तारीख को नामांकन होंगे. वहीं 6 जुलाई को चुनाव होंगे.
2022 में होने हैं चुनाव
निगम में शासित भाजपा की सरकार के यह शासनकाल का यह अंतिम वर्ष है. 2017 में हुए दिल्ली नगर निगम के चुनावों में भाजपा को बहुमत मिला था. जिसके बाद भाजपा ने तीनों निगमों में अपनी सरकार बनाई थी. वहीं अब 2022 में दोबारा निगम के चुनाव अप्रैल माह में होने हैं. जिसके मद्देनजर निगम के इस कार्यकाल के अंतिम वर्ष में स्थाई समिति के बचे हुए 3 पद और वार्ड कमेटी के चेयरमैन डिप्टी चेयरमैन के चुनाव अपने आप में कई मायनों में अहम हो जाते हैं.
6 जुलाई को होंगे वार्ड समितियों के चुनाव. रुके हुए हैं विकास कार्य
पिछले 2 सालों से पार्षदों को नॉर्थ एमसीडी में अपने क्षेत्र में विकास कार्य के लिए फंड नहीं मिला है. ऐसे में भाजपा स्थाई समिति के बचे हुए 3 पदों और वार्ड कमेटी के चुनाव जीतना चाहेगी. दूसरी तरफ भाजपा और आप अपने नाराज पार्षदों को इन चुनावों में टिकट देकर जीता के उनकी नाराजगी भी दूर करना चाहेगी ताकि अगले साल आने वाले मुख्य चुनाव में उन पार्षदों के जनाधार को वोटों में तब्दील किया जा सके. साथ ही पिछले 2 साल से जो भी रुके हुए विकास के कार्य हैं. उन्हें भी तेज गति से पूरा कर सके ताकि अगले साल चुनाव के समय जब भाजपा जनता के बीच में जाए तो उपलब्धियां गिना कर वोट मांग सके.