नई दिल्लीः शिक्षा का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है. शिक्षा में केवल किताबी बाते नहीं आती, बल्कि यह हमारे जीवन को व्यवस्थित करती है. शिक्षा से हमारा ही नहीं बल्कि हमारे समाज का भी विकास होता है. दरअसल आज 11 नवंबर को देशभर में शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. इस मौके पर शिक्षकों का मानना है कि शिक्षा लोगों को सभ्य बनाती है. शिक्षा दिवस पर बोलते हुए कई शिक्षकों ने इस दिन के महत्व को समझाया.
गौरतलब है कि 11 नवंबर 1888 को मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म हुआ था. मौलाना अबुल कलाम आजाद स्वतंत्र देश के प्रथम शिक्षा मंत्री थे. वह गांधी जी की विचारधारा के समर्थक थे और उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपना सराहनीय योगदान दिया था. शिक्षा दिवस के मौके पर भारत शिक्षा के क्षेत्र में अबुल कलाम द्वारा किए गए कार्यों को याद करता है. मौलाना अबुल कलाम का मानना था कि स्कूल प्रोयगशालाएं हैं, जहां भावी नागरिकों का उत्पादन किया जाता है.