नई दिल्लीःदिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में शैक्षणिक सत्र 2020-21के लिए दाखिला प्रक्रिया 12 अक्टूबर से शुरू होगी. वहीं इससे पहले डीयू दाखिला विभाग के द्वारा सभी कॉलेजों के प्रिंसिपल के साथ एक अहम ऑनलाइन बैठक हुई. इस बैठक को लेकर ईटीवी भारत ने पीजीडीएवी इवनिंग कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. आरके गुप्ता से बात की.
डीयू में एडमिशन 12 अक्टूबर से शुरू डॉ. आरके गुप्ता ने कहा कि इस बार दाखिला प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी. उन्होंने कहा कि 12 अक्टूबर को पोर्टल खुलने के बाद इच्छुक छात्र 14 अक्टूबर तक एडमिशन कभी भी ले सकते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि 10 अक्टूबर तक कटऑफ आ सकती है.
12 अक्टूबर से पहली कटऑफ के आधार पर एडमिशन
बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2020 - 21 के लिए दाखिला प्रक्रिया 12 अक्टूबर सुबह 10 बजे से शुरू हो जाएगी. इच्छुक छात्र 14 अक्टूबर शाम 5 बजे तक पहली कटऑफ के आधार पर दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं. वहीं पीजीडीएवी इवनिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि इस बार छात्र दाखिले के लिए पोर्टल खुलने के बाद कभी भी एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते हैं.
ऑनलाइन ही कैलकुलेट हो जाएंगे बेस्ट 4 विषय के अंक
प्रिंसिपल डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि इस बार छात्रों के बेस्ट 4 विषय के अंक ऑनलाइन ही कैलकुलेट हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि पोर्टल पर एक केलकुलेटर होगा जो कि छात्रों के अंकों को ऑनलाइन ही कैलकुलेट कर, उन्हें बता देगा कि बेस्ट फोर में उनके कितने प्रतिशत आए हैं.
ऑनलाइन होगा सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन
वहीं डॉ. गुप्ता ने कहा कि आरक्षित श्रेणी में एडमिशन लेने वाले छात्रों का सर्टिफिकेट ऑनलाइन ही वेरीफाई हो जाएगा. उन्होंने कहा कि ईडब्ल्यूएस/ओबीसी कोटा के तहत एडमिशन लेने वाले छात्रों को केंद्र सरकार के द्वारा जारी किए गए नियमों के तहत ही एडमिशन मिलेंगे.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि अलग-अलग एजुकेशन बोर्ड के द्वारा अंक पत्र वेरीफाई करने को लेकर सुविधा प्रदान कर दी गई है, जिससे कि 12वीं और दसवीं छात्रों के अंक आसानी से वेरीफाई किए जा सकेंगे. साथ ही कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो छात्र का डॉक्यूमेंट ईमेल पर भी वेरीफाई करने के लिए मंगाया जा सकता है. इसके अलावा डॉ. गुप्ता ने कहा कि कॉलेज खुलने के बाद एक बार फिर छात्रों के डॉक्यूमेंट को वेरीफाई किया जा सकता है.
ईसीए कोटा में नहीं होगा कोई ट्रायल
वहीं उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस बार एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी में छात्रों का एडमिशन बिना किसी ट्रायल के ही होगा. डॉ. गुप्ता ने कहा कि आवेदन के दौरान छात्रों द्वारा जमा किए गए सर्टिफिकेट के आधार पर ही मेरिट लिस्ट तैयार होगी और छात्रों को दाखिला मिल सकेगा.
कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर बनेंगे शिकायत प्रकोष्ठ
वहीं डॉ. आरके गुप्ता ने कहा कि एडमिशन के दौरान किसी भी छात्र को किसी तरीके की परेशानी ना आए इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर किसी भी छात्र को किसी भी तरीके की दाखिले के दौरान परेशानी आती है, तो वह विश्वविद्यालय या कॉलेज प्रशासन द्वारा गठित शिकायत प्रकोष्ठ पर फोन या मेल कर अपनी परेशानी का समाधान पा सकेंगे.