नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले ड्रग माफियाओं का नेटवर्क झुग्गी-बस्तियों से लेकर पॉश कॉलोनियों और चाय-पान की गुमटी से लेकर बड़े-बड़े पब व बार तक फैला हुआ है. ये ड्रग माफिया अपनी जेब भरने के लिए राजधानी के किशोरों से लेकर युवाओं और बुजुर्गों तक को नशीले पदार्थों की सप्लाई करते हैं. गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद नशा तस्करों की कमर तोड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स इनके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए ऑपरेशन कवच के तहत कार्रवाई कर रही है. कार्रवाई के दायरे में छोटे-बड़े सभी नशा तस्करों को लाया गया है. इनमें कुछ ऐसे नाम सामने आए हैं जो राजधानी दिल्ली में काफी सक्रिय हैं.
विदेश से ड्रग्स मंगवाता है हाजी सलीमःहाजी सलीम हाई प्रोफाइल पार्टियों में नशीले पदार्थों का बड़ा सप्लायर है. वह समुद्री मार्ग से भारत में ड्रग्स मंगवाता है. इसके लिए भारत में मौजूद अफ्रीकी नागरिकों की मदद लेता है. हाजी सलीम के गुर्गे हाई प्रोफाइल पार्टियों में ट्रामाडोल, कोडेन सीरप, केटामाइन आदि पहुंचाते हैं. कुछ माह पहले कोच्चि में ड्रग्स की बड़ी खेप पकड़ी गई थी. उस मामले में इसका नाम सामने आया था.
झुग्गी बस्तियों में चलता है रॉकी का सिक्काःयमुना पार की झुग्गी-बस्तियों के साथ ही नंदनगरी, आनन्द विहार, कस्तूरबा नगर, कल्याणपुरी, त्रिलोकपुरी, खिचड़ीपुर, वेलकम जनता कॉलोनी, सीमापुरी, कोड़ी कॉलोनी आदि में ड्रग्स तस्करी का रॉकी का बड़ा नेटवर्क है. वह 60 से 100 रुपये में गांजे की पुड़िया और 200 रुपये में स्मैक की पुड़िया बिकवाता है.