नई दिल्ली :रिंग रोड पर दौड़ने वाली पिंक लाइन मेट्रो (pink line metro) केवल एक स्टेशन की वजह से दो हिस्सों में बंटी हुई है. बीच में त्रिलोकपुरी का यह स्टेशन तेजी के साथ बनाया जा रहा है जिससे इसमें सफर करने वाले लोगों को सुविधा मिल सके. इसके लिए डीएमआरसी (DMRC) ने पारंपरिक कंक्रीट गर्डरों की जगह स्टील गर्डरों का इस्तेमाल किया है ताकि इस काम को कम समय में ही पूरा किया जा सके. डीएमआरसी को उम्मीद है कि वह जल्द पिंक लाइन को सिंगल लाइन बना देंगे.
डीएमआरसी (DMRC) के मुख्य प्रवक्ता अनुज दयाल के अनुसार अभी के समय में पिंक लाइन दो हिस्सों में चल रही है. इनके बीच त्रिलोकपुरी मेट्रो स्टेशन (Trilokpuri Metro Station) बनाया जाना था, जहां पर जमीन विवाद चल रहा था. यह मामला सुलझ चुका है और यहां पर तेजी से काम किया जा रहा है. त्रिलोकपुरी सेक्शन पर जल्द से जल्द काम को पूरा करने के लिए डीएमआरसी (DMRC) कंक्रीट गर्डरों की जगह स्टील गर्डरों का इस्तेमाल करते हुए निर्माण कार्य को एक खास तरीके से पूरा कर रही है. कंक्रीट गर्डरों को बनाने के लिए कास्टिंग यार्ड बनाना पड़ता है. लेकिन इतने छोटे सेक्शन के लिए यहां पर कास्टिंग यार्ड बनाना व्यवहारिक नहीं था. इसके चलते यहां पर स्टील गर्डर लगाए गए हैं.
अप्रैल माह में हुआ कंस्ट्रक्शन पूरा
स्टील गर्डरों को लगाने का काम अप्रैल माह में कोविड-19 की दूसरी लहर के आने से ठीक पहले पूरा किया जा चुका है. इस खंड का निर्माण कार्य 2020 की शुरुआत में शुरू हुआ था. लॉकडाउन एवं श्रमिकों की कमी के बावजूद मयूर विहार पॉकेट 1 से त्रिलोकपुरी संजय लेक के बीच वाले खंड पर सिविल कार्य पूरा हो गया है. यहां पर ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन का काम चल रहा है जिसे इस माह के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा. इसके अलावा ट्रैक बिछाने का कार्य भी जल्द पूरा हो जाएगा.
जुलाई से ट्रायल हो जाएगा शुरू
डीएमआरसी के अनुसार इसी महीने जुलाई की शुरुआत में यहां पर ट्रायल शुरू हो सकते हैं. डीएमआरसी (DMRC) हर संभव प्रयास कर रही है कि इस सेक्शन को जल्द से जल्द खोला जा सके.