नई दिल्ली:दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ने बुधवार को स्वदेशी संचार आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली (i-CBTC) को विकसित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है. इस साझेदारी के साथ ही डीएमआरसी और बीईएल भारत में रेल परिवहन के एक नए युग की शुरुआत करने जा रही है. इससे ट्रेन नियंत्रण सिग्नलिंग सिस्टम के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा.
डीएमआरसी का लक्ष्य रेल के बुनियादी ढांचे का कुशलतापूर्वक इस्तेमाल करते हुए ट्रेन संचालन को अनुकूलित करना है. डीएमआरसी ने इस साल की शुरुआत में भारतीय परिस्थितियों के अनुरूप रेड लाइन पर स्वदेशी स्वचालित ट्रेन पर्यवेक्षण प्रणाली (आई-एटीएस) तैनात की थी. आई-सीबीटीसी का विकास मेट्रो सिग्नलिंग और ट्रेन नियंत्रण प्रणालियों में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है. इसके साथ विदेशी विक्रेताओं पर निर्भरता को कम, स्वदेशीकरण और मानकीकरण को भी बढ़ावा देना है.
i-CBTC प्रणाली को विकसित करने के लिए डीएमआरसी और BEL ने समझौता किया बता दें कि यह प्रयास डीएमआरसी और बीईएल के 50 इंजीनियरों की एक टीम द्वारा किया गया है. यह टीम मुख्य तौर पर सिग्नलिंग प्रौद्योगिकी, सॉफ्टवेयर विकास, हार्डवेयर विकास, सुरक्षा प्रक्रियाओं, रैमएस, परीक्षण के क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं. जानकारी के अनुसार, टीम ने डीएमआरसी की आई-सीबीटीसी प्रयोगशाला में काम भी शुरू कर दिया है.
डीएमआरसी से मिली जानकारी के मुताबिक, यह साझेदारी आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत जारी भारत सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल के साथ जुड़ी हुई है. इस टैक्निकल संचार-आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली (सीबीटीसी) को दुनिया भर के प्रमुख महानगरों में भी लागू किया गया है. इस समारोह में डीएमआरसी के समन्वय व सलाहकार अरुण कुमार और बीईएल के निदेशक (आरएंडडी) मनोज जैन, डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ. विकास कुमार व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
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