नई दिल्ली:दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार के बेटे पर भूमि अधिग्रहण मामले में घोटाले को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. इस मामले पर दिल्ली के डिविजनल कमिश्नर अश्विनी कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. कुमार ने कहा कि चीफ सेक्रेटरी पर पिछले कुछ दिनों से जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वह सब बेबुनियाद हैं. चीफ सेक्रेटरी का कैरेक्टर एसेसिनेशन किया गया है, जिसको लेकर सख्त कार्रवाई की गई.
उन्होंने कहा कि चीफ सेक्रेटरी ने पिछले कुछ टाइम से कई मामले उठाए हैं, जिसमें शराब घोटाला, जल बोर्ड घोटाला हो या मुख्यमंत्री के घर का रिनोवेशन का मामला शामिल है. इसे लेकर जांच एजेंसी का एक्शन भी देखने को मिला है. यही वजह है कि उनकी छवि को खराब किया जा रहा है और उनके खिलाफ राजनीति ही नहीं, बल्कि गंदी राजनीति की जा रही है.
अश्विनी कुमार ने कहा कि पहले स्टेट डिसीजन मेकिंग का काम एडीएम करते हैं, जो जमीन एक्वायर की जाती है और किसके लिए एक्वायर की जाती है. इसे दोनों पक्षों को सुना जाता है. सभी रिकॉर्ड्स और डिटेल देखी जाती है, उसके बेसिस पर फैसला किया जाता है. इसी तरीके से आर्बिट्रेशन की कार्रवाई कलेक्टर करते हैं, इसमें भी दोनों पक्षों को सुना जाता है. दोनों पक्षों को सुनकर फैसला किया जाता है. इस पूरे मामले में चीफ सेक्रेटरी का कोई रोल नहीं है.