नई दिल्ली : बीते दिनों ग्रेटर कैलाश पार्ट टू में स्थित केआर मंगलम स्कूल में भारी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ पाए जाने की वजह से शिक्षा निदेशालय स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सचेत हो गया है.
इसको लेकर शिक्षा निदेशालय ने डीडीई को यह निर्देश जारी किए हैं कि वे सभी स्कूलों द्वारा न्यूनतम सुरक्षा मानक पर भेजी गई कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट के अनुसार स्कूलों का दौरा करें.
हर महीने सभी स्कूलों को कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट ऑनलाइन जमा करानी होती है. जिसमें सुरक्षा को लेकर 115 मानक तय किए गए हैं. वहीं शिक्षा निदेशालय ने मार्च में स्कूलों द्वारा सुरक्षा को लेकर भेजी गई रिपोर्ट की बुनियाद पर डीडीई को जांच के आदेश दिए हैं.
ये है मामला
⦁ बीते दिनों ग्रेटर कैलाश पार्ट टू में स्थित केआर मंगलम स्कूल में अचानक हुई छापेमारी में डीजल की टंकी पाई गयी थी. जिसे देखकर सरकारी विभाग की नींद उड़ गई.
⦁ सबक लेते हुए शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूलों में सुरक्षा को लेकर जमा की गई रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू कर दी है.
⦁ स्कूलों की सुरक्षा तय करने के लिए सरकार की तरफ से 115 न्यूनतम सुरक्षा मानक तय किए गए हैं. जिसे हर महीने स्कूलों को भरकर ऑनलाइन भेजना होता है.
⦁ वहीं शिक्षा निदेशालय की संज्ञान में यह बात आई है कि कई स्कूल के एचओएस ऐसे हैं जो सिर्फ खानापूर्ति के नाम पर यह फॉर्म जमा करते हैं.
⦁ स्कूलों के इस लापरवाह रवैया के पर शिक्षा निदेशालय ने डीडीई को स्वयं स्कूलों में जाकर उनके द्वारा मार्च महीने में जमा किए गए सुरक्षा मानक के आधार पर जांच करने के लिए कहा है.
सुरक्षा को लेकर तीन विकल्प किए गए तय