नई दिल्ली: राजधानी में 8 फरवरी को विधानसभा के लिए मतदान होना है. दिल्ली के 1 करोड़ 47 लाख 86 हज़ार 382 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे और दिल्ली का सीएम चुनेंगे. दिल्ली की जनता ये फैसला करेगी की दिल्ली की सत्ता पर कौन काबिज होगा. जो उनके लिए विकास करेगा और दिल्ली की उन्नति करेगा. मतदान से पहले हमने दिल्ली के मतदाताओं से बात की और जाना कि आखिरकार क्या कुछ मतदाता के मन में हलचल है.
ईटीवी भारत ने पूछी मतदाताओं की राय
दिल्ली के वोटर लक्ष्मण बताते हैं कि वो एक सरकारी कर्मचारी हैं और पिछले कई सालों से वोट करते आ रहे हैं. उनका कहना था कि हम ऐसी सरकार चाहते हैं जो कि दिल्लीवासियों का विकास करे. अमीर गरीब हर किसी को समान तरीके से उसके अधिकार दिलाए.
जनता के मुद्दों पर काम करे सरकार
चाय की टपरी पर चाय पी रहे प्राइवेट सेक्टर में जॉब करने वाले राजेश बताते हैं कि दिल्ली का हर एक निवासी बस यही चाहता है कि सरकार आम आदमी के मुद्दों पर ध्यान दे. शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार पर काम करे.
जनता देगी विकास के नाम पर वोट
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हमने जनता और प्रत्याशियों के बीच कई मुद्दों को देखा, जिस पर लोग वोट मांगते हुए नजर आए. वहीं इन लोगों ने भी अपने मुद्दे बताए. इसी बीच हिंदू-मुस्लिम समेत कई मुद्दे भी देखने को मिले. जिस पर हमने मंदिर के पुजारी से बात की. जो दिल्ली में वोटर भी हैं, उनका कहना था कि चाहे हिंदू-मुस्लिम का कितना ही मुद्दा उठाया जाए, लेकिन जनता केवल विकास के नाम पर ही वोट देती है.