नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने बजट पर भाषण दिया. करीब आधे घंटे के अपने भाषण में उन्होंने दिल्ली सरकार के कामकाज के बारे बताया. एलजी जब अपना भाषण खत्म कर बाहर निकले तो उनके साथ सीएम अरविंद केजरीवाल, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल भी थे. एलजी का विधानसभा में इस दफा पहली बार आगमन हुआ.
विधानसभा से निकलकर उन्होंने मीडिया से भी बात की. हालांकि उन्होंने सिर्फ एक सवाल का जवाब दिया. उनसे जब यह पूछा गया कि आपने अभी विधानसभा के अंदर दिल्ली सरकार के कामकाजों के बारे में बताया, लेकिन आपके और सीएम केजरीवाल के बीच संबंध अच्छे नहीं हैं. क्या इनमें सुधार होगा? इस पर एलजी ने सीएम केजरीवाल और आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीते कुछ दिनों में बोलने की मर्यादा टूटी है. यह नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि पेड़ से पत्ते टूट कर गिर जाते हैं और नए पत्ते आते हैं. इस दौरान सीएम केजरीवाल भी उनके साथ थे.
2 करोड़ लोगों ने आप को बनाया है:विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने एलजी के मर्यादा टूटने वाले बयान पर कहा कि यह जनतंत्र है और जनतंत्र की जीत होनी चाहिए. एलजी का बयान ठीक नहीं है. दिल्ली के 2 करोड़ लोगों ने आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई है. वहीं स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बिल्कुल मर्यादा टूटी है. आज देखिए किस तरह से एलजी के भाषण के दौरान भाजपा विधायकों ने उन्हें बोलने तक नहीं दिया. हम अपनी तरफ से पहल कर सकते हैं लेकिन ऐसा तभी होगा जब वह भी पहल करें.
लोकतंत्र की मर्यादा का पालन होःमुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी सहित अनेक क्षेत्रों में अभूतपूर्व कार्य कर रही. केंद्र सरकार के द्वारा तमाम अड़चनों के बावजूद दिल्ली सरकार किसी काम को रुकने नहीं दे रही है. दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही आज शुरू होने के थोड़ी देर बाद ही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. इसके जवाब में सीएम केजरीवाल ने कहा कि लोकतंत्र की एक मर्यादा होती है. सभी को इसका पालन करना चाहिए.