नई दिल्ली:मानसून आने के बावजूद सूखी पड़ी दिल्ली को आज थोड़ी राहत मिली है. राजधानी में रविवार सुबह कई इलाकों में बारिश हुई, जिससे मौसम सुहाना हो गया. दिल्ली के कई इलाकों में आज हल्की बारिश हुई. साथ ही लोगों को इस बारिश से राहत तो मिली है पर ये बारिश आफत लेकर भी आई. ये अभी तक के मानसून सीजन की सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई.
दिल्ली की एमबी रोड पर बारिश में लोग कर रहे आवाजाही इतनी एमएम दर्ज की गई बारिश
सफदरजंग में 74.8 एमएम और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के रिज क्षेत्र में सबसे ज्यादा 86.0 एमएम बारिश दर्ज की गई. उमस वाली गर्मी से परेशान लोग अपने-अपने घरों से निकलकर बारिश के पानी में खुद को भिगाने से रोक नहीं पाए.
पालम में 16.9 मिलिमीटर बारिश दर्ज की गई. इस दौरान अधिकतम हवा की गति 35 किलोमीटर प्रति घंटे और औसत 10 किलोमीटर प्रति घंटे दर्ज की गई. हवा में नमी की अधिकतम मात्रा 100 फीसदी दर्ज की गई. न्यूनतम तापमान भी सामान्य स्तर से गिरकर 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
कई इलाकों में तेज बारिश के साथ ही आई जलभराव की समस्या नाले का पानी सड़क पर उतरा
बारिश की बौछारों ने दिल्ली-एनसीआर वालो को भीषण गर्मी से राहत तो दी है, लेकिन राहत की बारिश थोड़ी देर बाद ही आफत की बारिश में बदल गई. इस मूसलाधार बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव भी दिखा. इतना ही नहीं, बारिश का पानी नाले के गंदे पानी के साथ मिलकर निचले इलाके में रहने वाले लोगों के घरों में घुस आया, जिसकी वजह से लोगों की परेशानियां और बढ़ गई.
मुख्य चौराहे हुए जलमग्न
बारिश ने दिल्ली के कई मुख्य चौराहों को जलमग्न कर दिया. दिल्ली का सबसे मुख्य चौराहा आईटीओ भारी बारिश की वजह से डूब गया. वहीं दिल्ली पुलिस हेडक्वाटर(पीएचक्यू) के बाहर और अंदर पानी भर गया.सके अलावा ऑल इंडिया मेडिक साईंस, कड़कड़डूमा, आईआईटी में जलभराव की समस्या देखी गई.
इन इलाकों में दर्ज हुई मानसून की सबसे ज्यादा बारिश साउथ दिल्ली में भारी जाम
साउथ दिल्ली में झमाझम बारिश के चलते सड़कों पर जलभारव की समस्या देखी गई. दक्षिणी दिल्ली में बारिश दोपहर 3 बजे से शुरू हुई. भारी बारिश की वजह से जगह-जगह जाम लगा. सड़कों पर पानी भरने से खानपुर, पुलप्रहलाद पुल, ओखला रोड, जामिया नगर, संगम विहार, सरिता विहार आदि इलाकों में भीषण ट्रैफिक जाम लगा.
वहीं साउथ दिल्ली में साकेत मुख्य मार्ग, महरौली रोड, आईआईटी दिल्ली एवं वसंत कुंज समेत कई इलाकों में जलभराव की गंभीर समस्या देखी गई.