नई दिल्ली: हैप्पीनेस एजुकेशन कॉन्फ्रेंस के नाम से आज तालकटोरा स्टेडियम में हैप्पीनेस उत्सव का आयोजन हुआ. इसमें दिल्ली के सरकारी स्कूलों के हजारों बच्चों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों ने भाग लिया.
इसके उद्घाटन सत्र को मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, उपराज्यपाल और मुख्य न्यायाधीश ने संबोधित किया. इस मौके पर ऐसे प्रेजेंटेशन भी दिए गए. जिसमें दिखाया गया कि बीते एक साल में हैप्पीनेस क्लासेज ने बच्चों और उनके परिवार को किस तरह बदला है.
दिल्ली सरकार ने हैप्पीनेस उत्सव का आयोजन किया etv bharat
बच्चों ने बताए हैप्पीनेस अनुभव
उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने संबोधन में हैप्पीनेस क्लास के महत्व का जिक्र किया. इसके बाद उन्होंने बच्चों से भी इस पर बोलने को कहा. कई सारे बच्चों ने हैप्पीनेस को लेकर अपने अनुभव साझा किए.
'CJI की उपस्थिति को बताया ऐतिहासिक'
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस अवसर पर मुख्य न्यायाधीश की उपस्थिति को ऐतिहासिक बताया और कहा कि भारत के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि कोई सरकार शिक्षा से जुड़ा कोई उत्सव आयोजित कर रही है और ऐसे उत्सव में मुख्य न्यायाधीश शरीक हो रहे हैं.
हैप्पीनेस उत्सव के दौरान सीएम केजरीवाल उपराज्यपाल ने बधाई दी
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने भी अपने सम्बोधन में ऐसे उत्सव के लिए मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को बधाई दी. साथ ही इस जरूरत पर बल दिया कि क्यों खुश रहना जरूरी है.
'मैं बहुत खुश हूं.'
इसके बाद मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने शुरुआत ही इस बात से की कि 'मैं बहुत खुश हूं.' उन्होंने कहा कि आज यहां बोलने के लिए एक स्पीच तैयार की थी, लेकिन अब मैंने उसे मोड़ कर रख दिया है.
हैप्पीनेस उत्सव के दौरान भाषण देते सीएम केजरीवाल इसके बाद मुख्य न्यायाधीश ने अपनी भावनाएं बताईं. उन्होंने हैप्पीनेस क्लास के शिक्षा मॉडल को सराहा और इसके लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को बधाई भी दी.हैप्पीनेस उत्सव में बच्चों की कई कलाकृतियों को भी दिखाया गया. साथ ही नुक्कड़ नाटकों का भी आयोजन हुआ. हैप्पीनेस क्लास ने किस तरह बच्चों के जीवन को बदला है. इसे भी कई माध्यमों से दिखाया है.