नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच राजनीति भी चरम पर है. बीते दिनों नगर निगमों पर कोरोना के समय में सहयोग नहीं करने और निगमों के अस्पतालों में एक भी बेड कोरोना मरीजों के लिए निर्धारित नहीं करने के आरोप के बाद आज गुरुवार को निगमों के तमाम नेताओं ने आंकड़े जारी किए. उन्होंने कहा कि दिल्ली के तीनों निगम पहले दिन कोरोना से लड़ाई लड़ रहे हैं. यहां तक कि कोरोना संक्रमित लोगों के घरों में जाकर निगम कर्मचारी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं.
कोरोना: दिल्ली सरकार के आरोपों पर तीनों निगमों की सफाई, मेहनत में कमी नहीं दे रहे हैं जानकारी नॉर्थ एमसीडी में स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन जयप्रकाश ने कहा कि दिल्ली सरकार के आरोपों पर वह कोई सफाई नहीं दे रहे हैं, बल्कि जानकारी दे रहे हैं कि निगमों ने कोरोना के समय क्या काम किया है. उन्होंने कहा कि हमने अपने अस्पतालों को पहले ही दिल्ली सरकार को देने की बात कही, लेकिन इस सरकार को न तो सहयोग लेना आता है और न देना.
कमर्चारियों को अगले हफ़्ते मिलेगी तनख्वाह
कर्मचारियों को तनख्वाह देने की बात पर जेपी ने कहा कि उन्होंने कर्मचारियों को अगले हफ्ते तक का आश्वासन दिया है. हालांकि उनके पास निगम में फंड की कमी है, जिसको लेकर केजरीवाल सरकार उन लोगों पर ध्यान नहीं दे रही है. इस सवाल पर कि वह पीएम केयर फंड के पैसे को कर्मचारियों की तनख्वाह देने के लिए क्यों नहीं मांग लेते, जयप्रकाश ने कहा कि हर चीज की एक प्रक्रिया होती है जिसका पालन करना जरूरी है.
मौत के नए आंकड़े
उधर कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के आंकड़े के मामले में निगम ने नए सिरे से दिल्ली सरकार पर आरोप लगाना शुरु कर दिया है. तीनों निगमों द्वारा जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक, दिल्ली में अब तक कुल 2098 लोग कोरोना के चलते अपनी जान गवां चुके हैं. जबकि दिल्ली सरकार के आंकड़े में यह संख्या 984 है. नॉर्थ एमसीडी के स्टैंडिंग कमिटी चेयरमैन ने कहा कि दिल्ली सरकार जानबूझकर मौत के आंकड़े छुपा रही है और इस से सीधा नुकसान दिल्ली के लोगों को हो रहा है.
कमलजीत सहरावत ने सामने रखे आंकड़े
साउथ एमसीडी की नेता सदन कमलजीत सहरावत ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान निगम के कर्मचारियों ने दिन-रात मेहनत कर दिल्ली की सफाई व्यवस्था को संभाले रखा है. निगम के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने दिल्ली सरकार के साथ मिलकर कोरोना वायरस के संपर्क में आए लोगों को चिन्हित किया. दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में निगम द्वारा सैनिटाइजेशन का काम किया गया और संक्रमण को फैलने से रोका गया. उन्होंने आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि साउथ एमसीडी के अधीन कुल 101 डिस्पेंसरी है, जिसमें से निगम ने 84 को फ्लू क्लीनिक की तरह इस्तेमाल किया. कोरोना काल में लोगों की हर जरूरत का ध्यान रखा गया और निगम के कर्मचारियों ने इस में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.
निगम साथ देने के लिए तैयार
ईस्ट एमसीडी की मेयर ने भी यहां कोरोना काल में निगम कर्मचारियों की मेहनत और काम गिनाए. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को कोरोना के समय में राजनीति नहीं करनी चाहिए बल्कि लोगों के लिए बेहतर इंतजाम पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने दोहराया कि निगम और निगम के कर्मचारी इस कोरोना काल में दिल्ली सरकार की हर संभव मदद और साथ के लिए तैयार हैं.