नई दिल्ली:वैसे तो हर मतदाता को वोट देने का खूब उत्साह होता है लेकिन जब बात फर्स्ट टाइम वोटर्स की आती है तब खुशी भी दोगुनी होता है. पहली बार लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लेने वाले इन युवाओं की मुस्कान तब और बढ़ जाती है जबकि अखबारों की सुर्खियां बन रहे मुद्दों पर इनसे राय पूछी जाती है.
ऐसे ही कुछ वोटर्स हैं जिन्होंने दिल्ली के पूर्ण राज्य के मुद्दे से लेकर ईवीएम और चुनावों के असल मापदंड तक अपनी राय साझा की. लोकसभा चुनाव के लिए आगामी 12 मई को राजधानी दिल्ली में मतदान है. इसको लेकर तमाम तैयारियां की जा रही हैं. इसी क्रम में उन युवाओं को जागरूक करने का काम भी किया जा रहा है जो पहली बार वोटिंग प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे. ऐसे ही कुछ युवाओं ने बताया कि कैसे ईवीएम टेंपरिंग महज अफवाह है और क्यों दिल्ली को पूर्ण राज्य मिलना या नहीं मिलना चाहिए.
एक नीजी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले आर्यन कहते हैं कि ईवीएम टेंपरिंग की बातें उन्हें महज अफवाह लगती है. वह कहते हैं कि यह गूगल सिस्टम है और एक ऐसी चिप के माध्यम से चलता है इसमें अगर एक बार टेंपरिंग हुई तो उसके बाद वह काम नहीं करेगी. राजनीतिक दलों के दावों के मुताबिक बड़े स्तर पर इन से छेड़छाड़ की गई है और बीते चुनावों में इसका इस्तेमाल हुआ है. हालांकि वो नहीं मानते कि ये मुमकिन है.