नई दिल्ली: चुनावी तनाव निपटाने के बाद अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज यानी शनिवार से एक सप्ताह के लिए विपश्यना साधना के लिए चले गए हैं. अब वे एक जनवरी को दिल्ली लौटेंगे. ऐसे तो हर बार अरविंद केजरीवाल विपश्यना साधना के लिए हिमाचल, बेंगलूरू और महाराष्ट्र में से किसी एक जगह जाते हैं, लेकिन इस बार वो कहां गए हैं, इसकी जानकारी अभी तक किसी को नहीं है.
विपश्यना साधना के नियमों के अनुसार आज से अगले सात दिनों तक अरविंद केजरीवाल किसी के संपर्क में नहीं रहेंगे. उनकी गैरमौजूदगी में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया उनका कामकाज संभालेंगे. विपश्यना साधना में करीब सात दिनों तक लगातार बैठकर ध्यान करना होता है. इस दौरान मौन रहना, ज्यादा बातचीत न करना, बाहरी दुनिया से कोई संपर्क न रखना जैसे कड़े नियमों का पालन करना होता है. इससे पहले अगस्त 2021 में मुख्यमंत्री विपश्यना साधना के लिए जयपुर गए थे.
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर दी जानकारी
आज विपासना साधना के लिये जा रहा हूँ. साल में एक बार जाने की कोशिश करता हूँ. 1 जनवरी को लौटूँगा. कई सौ साल पहले भगवान बुद्ध ने ये विद्या सिखाई थी. क्या आपने विपासना की है? अगर नहीं, तो एक बार ज़रूर कीजिए. मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक बहुत लाभ होता है.
सबका मंगल हो!
जानिए क्या होता है विपश्यना या विपस्सना
आज तनाव भरी जिंदगी में लोग सुबह से लेकर देर रात तक व्यस्त रहते हैं. ऐसे में उनको बहुत अधिक शारीरिक और मानसिक थकान का सामना करना पड़ता है. लोग इतने अधिक थक जाते हैं कि उनको लगता है कि किसी ऐसी जगह चले जाएं जहां दुनिया से कोई वास्ता न रहे और दौड़भाग से कुछ दूर शांति सुकुन से कुछ दिन बिताया जा सके. ऐसी सोच वालों के लिए विपश्यना एक नई ऊर्जा देने का काम करता है. वैसे हमारे देश में ध्यान करने की पहले से ही विभिन्न पद्धतियां मौजूद हैं, जिसे लोग अपनी इच्छानुसार अपनाते और उसका पालन करते हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को विपश्यना से ही फायदा होता है. ऐसा वह पहले भी कह चुके हैं.