नई दिल्ली: राजधानी में लॉकडाउन में मिली छूट के साथ सड़कों पर बड़ी संख्या में गाड़ियां उतर चुकी हैं. इनके साथ ही सड़क हादसों की संख्या भी बढ़ने लगी है. मई के पहले हाफ में जहां सड़क हादसों में 14 लोगों की मौत हुई थी तो वहीं दूसरे हाफ में सड़क हादसों में 27 लोग मारे गए हैं. गौरतलब है कि दिल्ली में 17 मई से लॉक डाउन में काफी छूट दी गई थी.
लॉकडाउन में ढील मिलते ही दोगुनी हुई सड़क हादसों में मौत की संख्या
लॉकडाउन में थोड़ी छूट मिलते ही सड़कों पर बड़ी संख्या में गाड़ियां उतर चुकी हैं. इनके साथ ही सड़क हादसों की संख्या भी बढ़ने लगी है. मई के दूसरे हाफ में सड़क हादसों में 27 लोग मारे गए हैं.
पुलिस से मिले आंकड़ों के अनुसार मई के दूसरे हाफ में सड़क हादसे पहले हाफ के मुकाबले दोगुने हो गए हैं. 1 से 15 मई के बीच हुए सफक हादसों में जहां 14 लोगों की मौत हुई है तो वहीं 16 से 31 मई के बीच सड़क हादसों में 27 लोगों की मौत हुई है. वहीं सामान्य हादसों की बात करें तो मई के पहले हाफ में जहां 49 सामान्य सड़क हादसे हुए थे तो वहीं दूसरे हॉफ में 83 सामान्य सड़क हादसे हुए हैं. इन हादसों की बड़ी वजह दिल्ली की सड़कों पर एक बार फिर वाहनों की संख्या का बढ़ना माना जा रहा है.
बीते वर्ष के मुकाबले कम हुए हादसे
लॉकडाउन के मुकाबले भले ही सड़क हादसे बढ़े हैं, लेकिन बीते वर्ष की तुलना में सड़क हादसों में कमी देखने को मिली है. वर्ष 2019 में 31 मई तक जहां सड़क हादसों में 606 लोगों की मौत हुई थी तो वहीं इस अवधि में वर्ष 2020 में 348 लोग सड़क हादसे में मारे गए हैं. वहीं अकेले मई महीने की बात करें तो वर्ष 2019 में जहां 117 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई थी तो वहीं वर्ष 2020 के मई में 41 लोग सड़क हादसों में मारे गए हैं.